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BCCI के फैसले से खफा युवराज के पिता, आया रिएक्शन, कह दी ये बड़ी बात

-BCCI ने युवराज सिंह को नहीं दी पंजाब टीम की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने की अनुमति।-युवराज के पिता योगराज सिंह ने रखी अपनी बात। बोले-युवा खिलाड़ियों के साथ सीनियर्स को खेलने का मौका मिलना चाहिए।-योगराज सिंह को लगता है कि युवराज अब भी अच्छे टच में हैं और अच्छा क्रिकेट खेलते हैं।

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नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को हाल ही बीसीसीआई (BCCI) ने पंजाब टीम की और से घरेलू क्रिकेट (domestic cricket) खेलने की अनुमति ना देकर करारा झटका दिया था। दरअसल, बोर्ड के नियम के मुताबिक, टीम इंडिया का कोई भी क्रिकेटर जो विदेशी लीग खेल चुका है, उसे भारतीय क्रिकेट में कमबैक की अनुमति नहीं दी जा सकती और साथ ही वो खिलाड़ी IPL में भी नहीं खेल सकता है।

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योगराज ने रखी अपनी बात
पिछले दिनों खबर आई थी कि युवराज सिंह (Yuvraj Singh) इस महीने शुरू होने वाली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब की संभावित 30 खिलाड़ियों में शामिल हैं। लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें खेलने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने अपनी बात रखी है।

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रिटायर हुए खिलाड़ियों को मिलना चाहिए वापसी का मौका
युवराज के पिता योगराज सिंह (Yograj Singh) ने कहा, अगर युवराज को खेलने की इजाजत दी जाती है तो इससे युवा खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा। मुझे इसके पीछे की सही वजह पता नहीं है और मैं इस पर युवी से बात करूंगा, लेकिन ये पूरी तरह से बीसीसीआई का फैसला है। मुझे लगता है कि रिटायर खिलाड़ियों को वापसी करने और युवा प्लेयर्स के साथ खेलने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए, जिनके पास सीखने के लिए काफी कुछ है।'

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युवा खिलाड़ियों को सीनियर्स से मिलती है प्रेरणा
योगराज सिंह ने कहा कि मुझे लगता है युवी के लिए अहम है कि वह युवा खिलाड़ियों के साथ खेलें। आईपीएल से पहले एक कप में उसे खेलने को कहा था तो उन्होंने कहा था कि अब वो काफी बूढ़े हो गए हैं पर मैंने जोर दिया तो वे खेले। फिर उसने चार-पांच पारियां खेली और वो अच्छे टच में दिख रहे थे। युवी को खेलता देख युवा खिलाड़ी हैरान थे और सोच रहे थे कि वो इस लेवल पर आज भी इतना अच्छा कैसे खेल सकते हैं। इस प्रकार युवा खिलाड़ियों को सीनियर्स से प्रेरणा मिलती है।