scriptBCCI के फैसले से खफा युवराज के पिता, आया रिएक्शन, कह दी ये बड़ी बात | Yograj Singh reacts after BCCI denies Yuvraj Singh permission to play | Patrika News

BCCI के फैसले से खफा युवराज के पिता, आया रिएक्शन, कह दी ये बड़ी बात

locationनई दिल्लीPublished: Jan 02, 2021 10:32:24 pm

-BCCI ने युवराज सिंह को नहीं दी पंजाब टीम की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलने की अनुमति।-युवराज के पिता योगराज सिंह ने रखी अपनी बात। बोले-युवा खिलाड़ियों के साथ सीनियर्स को खेलने का मौका मिलना चाहिए।-योगराज सिंह को लगता है कि युवराज अब भी अच्छे टच में हैं और अच्छा क्रिकेट खेलते हैं।

yuvraj_singh.jpg

नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर क्रिकेटर युवराज सिंह (Yuvraj Singh) को हाल ही बीसीसीआई (BCCI) ने पंजाब टीम की और से घरेलू क्रिकेट (domestic cricket) खेलने की अनुमति ना देकर करारा झटका दिया था। दरअसल, बोर्ड के नियम के मुताबिक, टीम इंडिया का कोई भी क्रिकेटर जो विदेशी लीग खेल चुका है, उसे भारतीय क्रिकेट में कमबैक की अनुमति नहीं दी जा सकती और साथ ही वो खिलाड़ी IPL में भी नहीं खेल सकता है।

भारतीय क्रिकेटरों ने गांगुली के शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना की

योगराज ने रखी अपनी बात
पिछले दिनों खबर आई थी कि युवराज सिंह (Yuvraj Singh) इस महीने शुरू होने वाली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में पंजाब की संभावित 30 खिलाड़ियों में शामिल हैं। लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें खेलने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने अपनी बात रखी है।

पापा के क्रिकेट छोड़ने के बाद बेटी जीवा ने उठाया ये बड़ा कदम, दोनों मिलकर ऐसे मचाएंगे धमाल

रिटायर हुए खिलाड़ियों को मिलना चाहिए वापसी का मौका
युवराज के पिता योगराज सिंह (Yograj Singh) ने कहा, अगर युवराज को खेलने की इजाजत दी जाती है तो इससे युवा खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा। मुझे इसके पीछे की सही वजह पता नहीं है और मैं इस पर युवी से बात करूंगा, लेकिन ये पूरी तरह से बीसीसीआई का फैसला है। मुझे लगता है कि रिटायर खिलाड़ियों को वापसी करने और युवा प्लेयर्स के साथ खेलने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए, जिनके पास सीखने के लिए काफी कुछ है।’

Umesh Yadav बने पिता, पत्नी तान्या ने बेटी को दिया जन्म, शेयर की तस्वीर

युवा खिलाड़ियों को सीनियर्स से मिलती है प्रेरणा
योगराज सिंह ने कहा कि मुझे लगता है युवी के लिए अहम है कि वह युवा खिलाड़ियों के साथ खेलें। आईपीएल से पहले एक कप में उसे खेलने को कहा था तो उन्होंने कहा था कि अब वो काफी बूढ़े हो गए हैं पर मैंने जोर दिया तो वे खेले। फिर उसने चार-पांच पारियां खेली और वो अच्छे टच में दिख रहे थे। युवी को खेलता देख युवा खिलाड़ी हैरान थे और सोच रहे थे कि वो इस लेवल पर आज भी इतना अच्छा कैसे खेल सकते हैं। इस प्रकार युवा खिलाड़ियों को सीनियर्स से प्रेरणा मिलती है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो