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जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले का अलर्ट, एडवाइजरी जारी होने के बाद वापस लौटने लगे श्रद्धालु

आतंकी खतरे की आशंका के चलते समय से पहले खत्म हुई Amarnath yatra जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर जारी की गई एडवाइजरी प्रशासन की सलाह पर वापस लौटने लगे श्रद्धालु

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Mohit sharma

Aug 03, 2019

Amarnath yatra

नई दिल्ली। आतंकी खतरे की आशंका के चलते अमरनाथ यात्रा समय से पहले ही खत्म हो गई है। वहीं, जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी के बाद अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालु वापस लौटने लगे हैं। रेलवे स्टेशन और बस अड्डो पर वापस लौट रहे अमरनाथ यात्रियों की भीड़ देखी जा सकती है।

जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा ( Amarnath yatra ) को 4 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। लेकिन अब आतंकी हमलों की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने समय से पहले ही अमरनाथ यात्रा को खत्म कर दिया है। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त को खत्म होनी थी।

जम्मू-कश्मीरः अमरनाथ यात्रियों समेत पर्यटकों को लौटने के निर्देश, आतंकी हमले की आशंका

अमरनाथ यात्रा ( Amarnath yatra ) पर गए अब तक 343587 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं— एक रिपोर्ट के अनुसार—

अमरनाथ श्राइन की वेबसाइट के मुताबिक


- 2 अगस्त तक 3 लाख 43 हज़ार 587 यात्रियों ने किए दर्शन
- 30 जुलाई को 10,360 यात्री यहां पहुंचा
- 31 जुलाई को 7,917 यात्रियों ने बाबा के दर्शन किए
- 1 अगस्त को 3196 यात्री यहां पहुंचे,
- 2 अगस्त को ये आंकड़ा मात्र 704 रह गया

स्कूल बंद रहने की अफवाह

वहीं, एडवाइजरी के बाद चले चर्चाओं और अफवाओं के दौर पर विराम लगाते हुए जम्मू-कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बसीर अहमद खान ने कहा कि कर्फ्यू नहीं लगाया गया है। स्कूल भी बंद नहीं रखे गए हैं। राज्य में शांति बनाए रखने के लिए गृह विभाग ने खुफिया इनपुट के आधार पर एडवाइजरी जारी की है।

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श्रीनगर में अफरातफरी ( Amarnath yatra )

इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि एडवाइजरी जारी होने के बाद श्रीनगर की सड़कों पर अफरातफरी का माहौल है। एटीएम और पेट्रोल पंपों पर लंबी—लंबी लाइन लगीं हैं। लोग अपना जरूरी सामान इकट्ठा करने में जुटे हैं। पीडीपी प्रमुख ने आरोप लगाया है कि भारत सरकार को क्या केवल अमरनाथ यात्रियों की ही सुरक्षा की चिंता है। कश्मीरियों की सुरक्षा को लेकर क्या प्रबंध किए गए हैं।

राज्यपाल ने की शांति बनाए रखने की अपील

उधर, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने राज्य की जनता और सियासी दलों से शांति बनाए रखने की अपील भी की। यही नहीं राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रात को पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, सज्जाद लोन व शाह फैजल के साथ भी बातचीत की।

अमरनाथ यात्रा मार्ग पर मिली बारूदी सुरंग

भारतीय सुरक्षाबलों को अमरनाथ यात्रा ( Amarnath yatra ) मार्ग के पास से पाकिस्तान में बनी बारूदी सुरंग और अमेरिकी स्नाइपर राइफल मिली है। इसके अलावा दूरबीन व आईईडी के साथ ही विस्फोटकों का एक गुप्त भंडार भी मिला है। वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि अमरनाथ यात्रा मार्ग पर चलाए गए व्यापक तलाशी अभियान में गोला-बारूद बरामद किया गया है।

चिनार कॉर्प्स कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल के. जे. एस. ढिल्लों ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "व्यापक खोजबीन के बाद पाकिस्तान की फैक्ट्री में बनी बारूदी सुरंग, टेलीस्कोप के साथ ही एक स्नाइपर राइफल, इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस (आईईडी), आईईडी कंटेनर के साथ एक रिमोट कंट्रोल मिला है।

अधिकारी ने कहा कि इस तरह की बारूद सुरंग भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में गंभीर दुर्घटना का कारण बन सकती है। उन्होंने कहा कि यह उन क्षेत्रों के लिए एक आदर्श हथियार है, जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं या एक काफिले में आगे बढ़ रहे होते हैं।" लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने कहा कि इस क्षेत्र में अभी भी खोजबीन चल रही है।

राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि आईईडी हमले बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन सुरक्षा बलों को भी सफलता मिली है। आईईडी विशेषज्ञ मुन्ना लाहौरी को पिछले सप्ताह ही खत्म कर दिया गया है।"

उन्होंने कहा कि इस साल घाटी में हमले के 10 से अधिक गंभीर प्रयास किए गए थे। ये प्रयास ज्यादातर पुलवामा और शोपियां जिलों में हुए थे। लेकिन अब ये दक्षिण कश्मीर में अलग-अलग जगहों पर फैल रहे हैं। विशेषज्ञों ने ऐसे पांच सक्रिय विस्फोटकों का भंडाफोड़ किया है।"