उत्तर प्रदेश के अमरोहा से हथियार खरीदकर लौट रहे थे कश्मीर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस पीएस कुशवाहा ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों की पहचान परवेज अहमद लोन (24) और जमशेद जहूर पोल (19) के रूप में हुई है। ये दोनों उमर इब्न नजीर और आदिल ठाकुर से हथियार खरीदकर कश्मीर लौट रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि हथियारों की सप्लाई के लिए दिल्ली उनका ट्रांसिट प्वाइंट था। आरोपियों ने पूर्व में भी हथियार अपने लोगों को भेजे थे। पुलिस ने इनके पास से चार मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। पुलिस का दावा है कि इनमें दो फोन का इस्तेमाल एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लीकेशन के जरिए संगठन के लोगों से बातचीत में किया जाता था। पुलिस का यह भी कहना है कि अहमद और जमशेद ने जून महीने में पुलवामा के पंचगाव के पास आईएसजेके के आतंकियों से मुलाकात की थी।
लोन ने यूपी से की है बीटेक की पढ़ाई पुलिस का यह भी दावा है कि इन दोनों आतंकियों की गतिविधियों के बारे में उन्हें जानकारी मिली थी। इसके बाद एक टीम को लालकिले के पास तैनात किया गया और जाल बिछाकर आरोपियों को नेताजी सुभाष पार्क से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि परवेज अहम लोन को दिल्ली के बारे में काफी जानकारी थी। इसलिए, दोनों ने इस काम के लिए दिल्ली को जरिया बनाया। पुलिस की मानें तो लोन ने यूपी से बीटेक की पढ़ाई की है। इतना ही नहीं उसका भाई हिजबुल मुजाहीदीन से जुड़ा था, जो कुछ समय बाद आईएस में शामिल हो गया। हालांकि, सेना के जवानों ने इसी साल एक मुठभेड़ में उसे मार गिराया था । अपने भाई का बदला लेने के लिए लोन भी आतंकी संगठन में शामिल हो गया।