Asaram and narayan Sai को मिली बड़ी राहत Dipesh Abhishek Murder case में मिली क्लीन चिट 11 साल पहले आसाराम के आश्रम से गायब दो बच्चों की हुई थी मौत
नई दिल्ली। बहुचर्चित दीपेश-अभिषेक हत्याकांड ( Dipesh Abhishek Murder case ) में आसाराम ( Asaram ) और उसके बेटे नारायण साईं ( narayan Sai ) को बड़ी राहत मिली है। विधानसभा में पेश जस्टिस त्रिवेदी आयोग की रिपोर्ट में बच्चों की मौत डूबने से बताई गई है। हालांकि इसके लिए आसाराम प्रबंधन को जमकर लताड़ भी लगाई गई है।
जस्टिस (रिटायर) डीके त्रिवेदी कमीशन की जांच रिपोर्ट को शुक्रवार को गुजरात विधानसभा में पेश किया गया। बच्चों की मौत मामले को लेकर आसाराम प्रबंधन को जमकर फटकार लगाई गई हालांकि बच्चों की मौत पानी में डूबने से बताई गई।
यह है पूरा मामला
दरअसल अहमदाबाद स्थित आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रहे दीपेश और अभिषेक वाघेला 3 जुलाई 2008 को आश्रम से गायब हो गए थे। करीब दो दिन बाद 5 जुलाई को उनके शव बुरी हालत में साबरमती नदी के किनारे पड़े मिले थे।
पिता का आसारा पर आरोप
बच्चों के पिता शांति वाघेला और प्रफुल्ल वाघेला ने आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं पर आश्रम में तांत्रिक विधि करने का आरोप लगाया साथ ही बच्चों की हत्या का जिम्मेदार भी बताया।
CID को सौंपी गई जांच
इस मामले की जांच CID क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी। जबकि वाघेला बंधु चाहते थे कि इसकी जांच CBI करे। लेकिन गुजरात सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी।
बच्चों की मौत को लेकर जमकर विरोध और प्रदर्शन भी हुआ। पीड़ित परिवार अनशन पर बैठ गया था। गुजरात सरकार ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया और अनशन खत्म हुआ।
इसके बाद सरकार ने जांच के लिए रिटायर्ड जज डीके त्रिवेदी आयोग का गठन किया। आयोग ने जांच कर वर्ष 2013 में सरकार को 179 पेज की रिपोर्ट सौंपी। इसी रिपोर्ट को 26 जुलाई शुक्रवार को सरकार ने विधानसभा में पेश किया।