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जब आसाराम ने नर्स से कहा, तुम तो खुद मक्खन जैसी हो, खाने में मक्खन क्यों लाई हो?

नर्स जब आसाराम के केबिन में मक्खन और ब्रेड लेकर गई तो आसाराम के अंदर का गंदा इंसान फिर जग गया।

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Chandra Prakash Chourasia

Apr 17, 2018

Asaram Bapu rape case

नई दिल्ली। नाबालिग से बलात्कार के आरोप में आसाराम जोधपुर जेल की हवा खा रहा है। आए दिन बाबा के अंधभक्त ट्विटर पर 'आसाराम निर्दोष हैं' ट्रेंड करवाते हैं। मंगलवार को रेप केस में सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने 25 अप्रेल को फैसला सुनाने का निर्णय लिया है। जेल जाने से पहले आसाराम जितनी नीच हरकते करता था, जेल जाने के बाद भी उसमें सुधार नहीं हुआ। पिछले साल उसने एक नर्स को लेकर जो टिप्पणी की, उससे तो यही लगता है कि स्वयंभू बाबा अबतक सुधरा नहीं है।

गंदे आसाराम की गंदी बातें
जेल में खाने और ऐश नहीं कर पाने की वजह से पिछले साल आसाराम की तबियत कुछ खराब हो गई। उसके वकील ने कोर्ट से आसाराम के इलाज के लिए अपील की। जिसके बाद सितंबर, 2016 में उसको दिल्ली के एम्स में भर्ती किया गया था। इलाज शुरू करने से पहले डॉक्टरों ने आसाराम को कुछ हल्का फुल्का खाने की सलाह देते हुए नर्स से ब्रेकफास्ट देने को कहा। नर्स जब आसाराम के केबिन में मक्खन और ब्रेड लेकर गई तो आसाराम के अंदर का गंदा इंसान फिर जग गया।

नर्स से बोला- तुम को खुद मक्खन हो
मीडिया रिपोर्ट के मुताबाकि आसाराम ने कहा नर्स से कहा कि तुम को खुद मक्खन के जैसी हो। ब्रेड के साथ मक्खन लाने की क्या जरूरत थी। तुम्हारे गाल कश्मीरी सेब की तरह लाल हैं। तुम जरूर कश्मीर से होगी। इतना सुनते नर्स का पारा चढ़ गया और वो ब्रेक फास्ट रखकर बाहर आ गई।

बलात्कार के आरोपी आसाराम की काली कुंडली
अगस्त 2013 में 16 साल की एक नाबालिग लड़की ने आसाराम पर यौन शोषण का आरोप लगाया। नाबालिग का कहना था कि आसाराम ने राजस्थान के जोधपुर स्थित आश्रम में उसके साथ दुष्कर्म किया है। इसके दो ही दिन बाद लड़की के पिता ने दिल्ली जाकर आसाराम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दी। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल करवाया और केस राजस्थान पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया। पुलिस से बचने के लिए अपने आपको स्वयंभू मानने वाले आसाराम ने पर कई हथकंडे अपनाए। लड़की के परिवार को केस वापिस लेने के लिए धमकाने का भी आरोप लगा। आसाराम लगातार पुलिस के सम्मन को नजरअंदाज करता रहा। इसी बीच वो इंदौर प्रवचन देने पहुंचा था, तब पुलिस पूरे फोर्स के साथ प्रवचन स्थल पहुंच गई। गिरफ्तारी के दौरान पंडाल के बाहर आसाराम समर्थकों ने पुलिस से जमकर मारपीट की। भारी हंगामे के बीच पुलिस ने एक सितंबर 2013 को आसाराम गिरफ्तार कर लिया।