खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सुखबीर सिंह बादल को अमृतसर दौरे के दौरान बम धमाका में उड़ाने की साजिश थी। हालांकि आतंकी अपने मंसूबों को अंजाम दे पाते उससे पहले पुलिस ने उनकी इस साजिश को नाकाम कर दिया।
इसलिए निशाने पर थे सुखबीर बादल दरअसल, गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उसके बाद प्रदर्शन कर रहे सिख प्रदर्शनकारियों पर की गई पुलिस फायरिंग की घटना के दौरान सुखबीर सिंह बादल ही राज्य के डिप्टी सीएम थे। इसके साथ ही गृह मंत्रालय और पंजाब पुलिस का जिम्मा भी उनके ही पास था।
दर्शनकारियों पर की गई पुलिस फायरिंग के पीछे सुखबीर बादल को आंतकी साजिशकर्ता मानते थे। इसी वजह से आतंकियों ने सुखबीर सिंह बादल को निशाना बनाकर हमले की साजिश रची थी। अब एनआईए करेगी जांच
बता दें कि तरनतारन के पंडोरा गोला गांव में खाली प्लॉट में बम दबाकर रखे गए थे। लेकिन बम निकालने के दौरान जमीन की खुदाई में कस्सी (फावड़ा) बम पर लगने से धमाका हो गया। इस धमाके में मौके पर ही दो आतंकी की मौत हो गई थी।
यह घटना 4 सितंबर को पंजाब के तरनतारन के पंडोरी गोला गांव में हुई थी। अब बम ब्लास्ट (Bomb Blast) की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। पंजाब पुलिस सूत्रों के मुताबिक आतंकी शिरोमणि अकाली दल (SAD) प्रमुख और राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) को बम धमाके से निशाने पर लेने की साजिश बना रहे थे।
फिलहाल पंजाब पुलिस द्वारा अबतक हुई जांच के पूरे रिकॉर्ड और सबूतों को NIA ने अपने कब्जे में ले लिया है। अब इस मामले में आगे जांच NIA करेगी।