डॉक्टरों में मतभेद एक बड़ा कारण
घर से सबसे बुजुर्ग सदस्य यानी नायराणी देवी की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने में हो रही देरी का सबसे बड़ा कारण डॉक्टरों के बीच मतभेद को बताया जा रहा है। दरअसल डॉक्टरों में इस बात को लेकर दो मत सामने आ रहे हैं एक मत है कि ये हत्या है जबकि दूसरा मत है आत्महत्या। आपको बता दें कि 1 जुलाई की सुबह जब पुलिस घर पहुंची, तो नारायणी देवी का शव दूसरे कमरे में फर्श पर मिला था, जबिक अन्य सदस्यों का शव चुन्नी और तार से लटका हुआ था। ऐसे में बुजुर्ग महिला की मौत का असली कारण अब भी रहस्य बना हुआ है।
रिपोर्ट से खुलेंगी और परतें
नारायणी देवी के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद इस 11 मौत के रहस्य की कुछ और परतें खुल सकती हैं। अगर रिपोर्ट में ये बात सामने आ गई कि नारायणी की हत्या की गई थी, तो इस केस की दिशा एक बार फिर नया मोड़ ले लगी। पुलिस के लिए ये रिपोर्ट काफी अहम बताई जा रही है।
आपको बता दें कि 10 सदस्यों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में से नौ लोगों के शव पहली मंजिल पर बरामदे की छत पर लगी लोहे की ग्रिल से लटके मिले थे। वहीं, एक महिला का शव बरामदे के कोने पर रोशनदान से लटका मिला था। संयुक्त आयुक्त क्राइम ब्रांच आलोक कुमार के मुताबिक, बुधवार दोपहर मेडिकल बोर्ड ने क्राइम ब्रांच को पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी। इसमें साफ कहा गया है कि सभी दस लोग स्वयं फंदे पर लटके थे न कि उन्हें गला घोंटकर मारने या जहर देकर मारने के बाद लटकाया गया था। यह भयावह हादसा था।