दूसरी तरफ पुलिस ने भीड़ के हिंसक रुख और पत्थरबाजी की घटना को देखते हुए टियर गैस के गोले दागे। भीड़ के हमले में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। हालांकि पुलिस ने 2 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुजरात में दर्ज FIR को प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती, सुनवाई आज स़ूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक क्वारनटाइन वाले इलाके में पुलिस और रोड और बिल्डिंग विभाग की टीम बैरिकेडिंग करने पहुंची थी। मकसद क्वारनटाइन वाले इलाकों में लक्ष्मणरेखा खींचना था। इस काम में कोरोना योद्धाओं की मदद करने के बजाय उपद्रवियों ने लॉकडाउन ( Lockdown ) का मजाक बना दिया। भीड़ देखते ही देखते हिंसक हो गई। भीड़ में शामिल लोगों के हाथ में जो मिला वहीं पुलिस पार्टी पर फेकने लगे। इस घटना के बाद पुलिस ने भीड़ को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
त्रिपुरा : CM बिप्लव देव बोले – लॉकडाउन खत्म करना मुश्किल, चरणबद्ध तरीके दिए जाएंगे पाबंदियों में छूट इससे पहले 31 मार्च को सूरत के पांडेसरा इलाके में उत्तर प्रदेश और बिहार स्थित अपने घरों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे प्रवासी मजदूरों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की थी। इस दौरान कई गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया। भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को आंसू-गैस के गोले दागने पड़े थे।