
Delhi Gang rape case raises questions on Arvind Kejriwal government
नई दिल्ली। राजधानी के पश्चिम विहार स्थित पीरागढ़ी में मंगलवार शाम एक 12 वर्षीय नाबालिग लड़की से गैंगरेप ( Monir Girl Rape ) की घटना के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Arvind Kejriwal ) उससे मिलने एम्स पहुंचे। इस बच्ची के साथ कथितरूप से गैंगरेप ( Rape with minor girl ) के बाद कैंची और चाकू से कई वार कर हत्या की कोशिश की गई थी। दिल्ली सरकार ने बच्ची के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है लेकिन क्या इससे ऐसी घटनाएं रुक जाएंगी, जैसे सवाल उठने लगे हैं।
गुरुवार को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी मिले। केजरीवाल ने कहा, "मैंने पुलिस कमिश्नर से बात की है। पुलिस दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। सरकार दोषियों को कड़ी सजा दिलाना सुनिश्चित करेगी। सरकार परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देगी।"
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि लड़की की हालत बहुत नाजुक है और उसके शरीर पर गंभीर चोटें हैं। वह बेहोश है। उसे बहुत गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था और वह अभी बहुत नाजुक हालत में है। अगले 24 से 48 घंटों तक उस पर नजर रखी जा रही है कि वह खतरे से बाहर आ जाए। उम्मीद है कि वह जल्दी सही हो जाए।
इससे पहले घटना पर हैरानी जताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था, "12 साल की बच्ची के साथ हिंसक अपराध की खबर ने आत्मा को झकझोर दिया है। अपराधियों को खुलेआम घूमने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। मैं पीड़ित की हालत देखने जल्द ही एम्स जा रहा हूं।"
गुरुवार को दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल भी एम्स पहुंची और पीड़िता के परिजनों से मुलाकात कर बताया कि लड़की की हालत बहुत गंभीर है और उसके पेट पर गंभीर चोटों के अलावा पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं।
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एम्स के बाहर दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। जबकि दिल्ली पुलिस ने मामला सामने आने के बाद संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
इस संबंध में बुधवार को दिल्ली पुलिस ने कहा था कि पश्चिम विहार इलाके में 12 वर्षीय एक बच्ची के साथ यौन शोषण ( Minor Girl Bruttaly Rape ) किया गया। उसे संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे एम्स रेफर कर दिया गया। इस मामले में पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
हालांकि दिल्ली में सामने आई इन जघन्य घटना ने एक बार फिर से गुड़िया गैंगरेप केस की याद दिला दी है। बताया जा रहा है कि ना केवल इस बच्ची के साथ घिनौनी हरकतें की गई बल्कि उसके शरीर और सिर को कैंची से गोद दिया गया।
मूलरूप से बिहार निवासी पीड़ित के परिवार में माता-पिता और एक बड़ी बहन है। तीनों नौकरी करते हैं और पीरागढ़ी के 25 कमरों वाले एक मकान में किराये पर रहते हैं। इस इमारत में अन्य किरायेदार भी रहते हैं। शुरुआती जांच में इस घटना के पीछे दो लड़कों के संलिप्त होने की जानकारी सामने आई है। इन लड़कों ने कथितरूप से बच्ची के साथ दरिंदगी ( Bruttaly Rape ) की और विरोध करने पर जान लेने की कोशिश।
निर्भया गैंगरेप केस के बाद अप्रैल 2013 में 5 वर्षीय गुड़िया गैंगरेप केस ( gudia case ) को लेकर लगातार दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई किए जाने को लेकर हमलावर दिल्ली सरकार के ऊपर इस ताजा घटना ( delhi gangrape ) ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। दिल्ली सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उचित कदम ना उठाए जाने, वक्त रहते कार्रवाई ना किए जाने, सुरक्षा बढ़ाने जैसे कई आरोप लगाए गए हैं।
लोगों का यह भी कहना है कि क्या 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा से एक बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ( rape in delhi ) को खत्म किया जा सकता है। सवाल कई हैं लेकिन दिल्ली सरकार कितनी जल्दी इस मामले ( Rape in Peera Garhi ) के दोषियों को पकड़वाने और सजा दिलवाने में मुस्तैदी दिखाने के साथ राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने पर कितना काम करती है, सरकार को इन सवालों से निजात दिलाएगा।
Updated on:
06 Aug 2020 07:55 pm
Published on:
06 Aug 2020 07:32 pm
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