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Rajasthan Accident: 2 मासूम बच्चों के पिता को ट्रैक्टर-ट्रॉली ने कुचला, अस्पताल में हंगामा, नाका प्रभारी निलंबित

Road Accident In Bundi: नवलपुरा के पास बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने एक युवक को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण अस्पताल में धरना देकर मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग करने लगे।

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Road Accident In Bundi

अस्पताल में भीड़ को समझाते थानाधिकारी। फोटो- पत्रिका

इंद्रगढ़ (बूंदी)। थाना क्षेत्र के नवलपुरा विद्यालय के पास बजरी से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने एक युवक को कुचल दिया। हादसे के बाद परिजन और ग्रामीण अस्पताल परिसर में धरना देकर मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग करने लगे और शव लेने से इनकार कर दिया।

इंद्रगढ़ थाना प्रभारी रामलाल मीणा ने बताया कि सोमवार देर शाम नवलपुरा के पास महेंद्र राज मीणा अपने गांव लौट रहे थे, तभी अवैध बजरी से लदी तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। महेंद्र राज की मौके पर ही मौत हो गई। चालक घटना के बाद वाहन लेकर फरार हो गया। महेंद्र दो छोटे बच्चों के पिता और परिवार के एकमात्र कमाने वाले थे। उनकी अचानक मौत से परिवार में कोहराम मच गया।

नौकरी और 25 लाख रुपए की मांग

हादसे के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। मंगलवार को ग्रामीण और परिजन इंद्रगढ़ अस्पताल परिसर में एकत्र हो गए और शव लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने मृतक के परिवार के लिए 25 लाख रुपए का मुआवजा, मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी, इंद्रगढ़ क्षेत्र में अवैध बजरी परिवहन पर पूर्ण प्रतिबंध और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।

यह लगे आरोप

ग्रामीणों का आरोप है कि इंद्रगढ़ क्षेत्र में अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध बजरी खनन और पत्थर का कारोबार चल रहा है। वन विभाग सुमेरगंज मंडी चौकी के नाका प्रभारी मनोज शर्मा द्वारा रोजाना करीब 500 अवैध बजरी और पत्थर से भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां निकाली जा रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इंद्रगढ़ तहसील कार्यालय, पुलिस थाना और वन विभाग के सामने से वाहनों का आवागमन होता रहा है।

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समझाइश पर हुए राजी

धरने के दौरान केशवरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी और कांग्रेस जिला अध्यक्ष महावीर मीणा मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई। धरने पर बैठे ग्रामीण और परिजन प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश के बावजूद 25 लाख रुपए के मुआवजे और नाका प्रभारी मनोज शर्मा को निलंबित करने पर अड़े रहे। अंततः शाम 4.30 बजे 10 लाख रुपए का मुआवजा देने और नाका प्रभारी मनोज शर्मा को सस्पेंड करने पर सहमति बनी। इसके बाद इंद्रगढ़ सामुदायिक चिकित्सालय में शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया।