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हिमांशु रॉय: ऐसे पहले सुपरकॉप, जिसे सरकार ने दे रखी थी जेड प्लस सिक्योरिटी

ATS के पूर्व चीफ रॉय की खुदकुशी से पूरा देश हैरान है। आइए जानते हैं उस तेज तर्रार अफसर के बारे में कुछ खास बातें

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Chandra Prakash Chourasia

May 11, 2018

Himanshu Roy suicide

नई दिल्ली। मुंबई के सुपरकॉप आईपीएस हिमांशु रॉय ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से खुदकुशी कर ली है। महाराष्ट्र एंटी टेरर स्क्वॉड (ATS) के पूर्व चीफ रह चुके रॉय के खुदकुशी करने की खबर ने देशभर के पुलिस महकमे को चौंका कर रख दिया है। पिछले पिछले कुछ समय से वो कैंसर से पीड़ित थे। कहा जा रहा है कि बीमारी से तंग आकर देश के इस जाबांज पुलिस अफसर ने मौत को गले लगा लिया।

आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ खास बातें
- हिमांशु रॉय 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी थे। उनका नाम देश के तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों की लिस्ट में शामिल था।

- पहली बार हिमांशु रॉय का नाम तब सुर्खियों में आया, जब 2013 में उन्होंने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में बिग बॉस फेस विंदु दारा सिंह को गिरफ्तार किया था।

- मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की अबतक जितनी भी संपत्ति जब्त हुई है, उसमें हिमांशु राय का ही रोल था। दाऊद के भाई इकबाल कासकर के ड्राइवर आरिफ के एनकाउंटर की गुत्थी भी उन्होंने ही सुलझाई थी।

- अंडरवर्ल्ड कवर करने वाले पत्रकार जे डे की हत्या की गुत्थी सुलझाने में भी हिमांशु रॉय ने अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा विजय पालांडे-लैला खान डबल मर्डर केस जैसे अहम मामलों से जुड़े थे।

- हिमांशु रॉय अपनी बीमारी की वजह से काफी परेशान रहते थे। अप्रैल 2016 से उन्होंने मेडिकल लीव ले रखी थी। इलाज के दौरान उन्हें बचाना काफी मुश्किल हो गया था।

- कई आतंकी मामलों की जांच में भी रॉय शामिल थे। जिसकी वजह से उनकी जान को हर वक्त खतरा रहता था। इसी वजह से वो मुंबई के ऐसे पहले पुलिस अधिकारी बने जिन्हें सरकार ने जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई।

- एडीजी रैंक के अधिकारी हिमांशु रॉय को सिर्फ पुलिस विभाग में ही लोग पसंद नहीं करते थे बल्कि जनता के बीच भी वो हीरो थे।