
मुंबईः अभिनेत्री और मॉडल मीनाक्षी थापा को छह साल बाद शुक्रवार को न्याय मिल गया। मुंबई की एक अदालत ने हत्या के दो दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। ये दोनों लोग बॉलीवुड के कलाकार हैं जिन पर मीनाक्षी की हत्या का आरोप लगा था। विशेष लोक अभियोजक उज्जवल निकम ने पत्रकारों से कहा, "सत्र न्यायाधीश एस.जी. शेटे ने उन्हें थापा के अपहरण, फिरौती और हत्या का दोषी पाया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई।" इससे पहले बुधवार को न्यायाधीश शेटे ने अमित कुमार जायसवाल और उसकी महिला मित्र प्रीति सुरिन को अभिनेत्री की हत्या का दोषी पाया था।
6 साल पहले हुई थी हत्या
अभिनेत्री मीनाक्षी थापा की हत्या उत्तर प्रदेश में 13 मार्च 2012 में की गई थी। मामले की सुनवाई के दौरान सरकारी वकील उज्जवल निगम ने कोर्ट मे दलील थी कि ये दोनों कलाकार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में मिनाक्षी थापा को यह कहकर ले गए थे कि उन्हें भोजपुरी फिल्मों में काम दिलाया जाएगा। इस दौरान इन दोनो दोषियों ने मिनाक्षी से फिरौती की मांग कर डाली। रकम नहीं देने पर हत्या कर फेंक दिया गया। इसके अलावा इन दोनों ने सबूत मिटाने की भी कोशिश की लेकिन पुलिस से नहीं बच सके। पुलिस ने अमित कुमार और प्रीति को 14 मार्च 2012 को लखनऊ में गिरफ्तार किया था।
36 गवाहों ने दी थी गवाही
अभिनेत्री मीनाक्षी थापा की हत्या के मामले में 36 गवाहों के बयान कोर्ट में दर्ज किए गए थे। मिनाक्षी के दोस्त आलोक थापा ने कोर्ट में गवाही देते हुए कहा था कि अभिनेत्री ने उनसे कहा था कि वह 12 मार्च 2012 वह भोजपुरी फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में जा रही है। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस रेलवे स्टेशन पर उसने इन दोनों आरोपियों से मिलवाया भी था। कोर्ट ने इन तमाम सबूतों पर अपना फैसला सुनाया। हलांकि दोनों दोषी इस सजा को हाईकोर्ट में अपील भी कर सकते हैं।
Published on:
11 May 2018 03:56 pm
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