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माफिया अतीक अहमद पर क्यों मेहरबान हुए मुख्यमंत्री अखिलेश

गैंगस्टर का मुकदमा होगा, शासन से मिल चुकी है मंजूरी, राजू पाल की हत्या का है आरोपी

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Abhishek Rastogi

Jan 30, 2016

लखनऊ. माफिया अतीक अहमद पर अखिलेश सरकार मेहरबान दिख रही है। यही कारण है कि सरकार अतीक के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा ख़त्म करने की तैयारी में है। सरकार की तरफ से इलाहाबाद के डीएम को इसके लिए रिपोर्ट भी भेजी गई है। इसके लिए शासन की मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, अब आखिरी फैसला न्यायालय को ही करना है।

माफिया डॉन अतीक अहमद पर 22 सितम्बर 2007 को गैंगस्टर के तहत कार्रवाई हुई थी। अतीक अहमद पर 44 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से एक एक मुकदमा बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या का भी है, जिसकी जांच अभी हाल में ही सीबीआई को सौंपी गई है। ठीक इसी वक़्त अखिलेश सरकार के एक कदम ने सबको अचंभित कर दिया है। राजूपाल की हत्या और गवाहों को धमकाने के मामले में अतीक पर लगे गैंगस्टर के मुक़दमे को हटाने का फैसला लिया है। इसके लिए शासन की मंजूरी भी मिल गई है, अब सिर्फ अदालत की मंजूरी मिलनी बाकी है। अदालत से मंजूरी लेने के लिए अभियोजन ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर दी है। जिस पर सुनवाई 3 मार्च 2016 को इलाहाबाद के न्यायालय में होनी है।

अतीक पर दर्ज हैं 40 से ज्यादा मुकदमे
अतीक अहमद के नाम से ऐसा ही कोई प्रदेश में होगा जो वाकिफ न हो। अतीक पुराना हिस्ट्री शीटर रहा है। महज 17 साल की उम्र में अतीक के खिलाफ पहला हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। अतीक पर 44 मामले दर्ज हैं 6 हत्या और 6 हत्या के प्रयास के मामले हैं। अतीक अहमद पर गैंगस्टर सहित तमाम आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें राजूपाल हत्याकांड और हत्याकांड के गवाहों को धमकाने का भी मुकदमा है।

2005 में हुई थी राजू पाल की हत्या
बसपा से इलाहाबाद पश्चिम से विधायक राजू पाल की वर्ष 2005 में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। इस चर्चित हत्याकांड के सभी गवाह मारे जा चुके हैं। बस एक आखिरी गवाह उमेश पाल ही बचा है।वर्ष 2007 में बसपा में सत्ता में आने के बाद अतीक और उनके सहयोगियों के खिलाफ राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल, महेंद्र पटेल, मो. सादिक और मो. सैफ ने डरा धमकाकर गवाही बदलने का दबाव डालने का केस दर्ज कराया था। इसके अलावा जमीन हड़पने के मामले में धूमनगंज की शकुंतला ने मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें से मो. सादिक और मो. सैफ द्वारा दर्ज मुकदमा समाप्त हो चुका है। शेष दो गवाहों के केस अभी चल रहे हैं। अतीक के खिलाफ राजूपाल हत्याकांड का मुकदमा भी है।

यहां दर्ज हैं मुक़दमे
अतीक अहमद लाहाबाद पश्चिम शहर से पांच बार विधायक भी रहा है। अतीक के खिलाफ लखनऊ, कौशाम्बी, चित्रकूट और इलाहाबाद में अपराधिक मुक़दमे दर्ज हैं। इसके अलावा बिहार में भी हत्या अपहरण जबरन वसूली के आरोप लगे हैं।

अपने बच्चे से कराई थी फायरिंग
अतीक अपराध जगत का बड़ा नाम है। इलाहाबाद में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। कुछ समय समय पहले अतीक अपने नाबालिग बेटे के साथ एक रिश्तेदारी की एक शादी में गया हुआ था, जहां अतीक ने अपने बेटे को अपनी पिस्टल दी और हवा में फायर करने को कहा था, जिसके बाद अतीक के बेटे ने भरी महफ़िल में एक के बाद एक करीब 10 हवाई फायर किये थे। बाद में जब अतीक से इस बारे में पूछा गया तो उसका कहना था कि वो बंदूक खिलौने वाली थी ।

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