26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर लगातार हमले जारी, बिहार और यूपी के दो व्यक्तियों को आतंकियों ने मारी गोली

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्या का सिलसिला जारी है। शनिवार को आतंकियों ने बिहार के गोलगप्पा बेचने वाले और उत्तर प्रदेश के एक मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी।

2 min read
Google source verification
Jammu and Kashmir: Two non-native killed by terrorists, One gol gappa vendor from Bihar and one from UP

Jammu and Kashmir: Two non-native killed by terrorists, One gol gappa vendor from Bihar and one from UP

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में दो अलग-अलग घटनाओं में शनिवार को आतंकवादियों ने दो गैर-स्थानीय नागरिकों पर हमला किया। पहला हमला श्रीनगर में और दूसरा हमला पुलवामा में किया गया। हमले में बुरी तरह घायल होने के चलते दोनों ही व्यक्तियों ने दम तोड़ दिया। ये दोनों मौतें पिछले दो हफ्तों में घाटी में नागरिकों की हत्या की श्रृंखला में जुड़ी हैं।

श्रीनगर की घटना में अरविंद कुमार नाम का एक विक्रेता शामिल था, जो बिहार से श्रीनगर में गोलगप्पे की रेहड़ी लगाने का काम करने आया था। इस पर हमला शनिवार शाम करीब 6.40 बजे हुआ। अरविंद को सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

श्रीनगर में शनिवार को एक बाहरी विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह ताजा घटना घाटी में हाल ही में हुई नागरिकों की हत्याओं की श्रृंखला से जुड़ा है। मारे गए विक्रेता की पहचान बिहार के अरविंद कुमार के रूप में हुई है, जो श्रीनगर में गोलगप्पे बेचता था। यह हमला शनिवार शाम करीब 6.40 बजे हुआ। अरविंद को सरकारी मेडिकल कॉलेज श्रीनगर ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

एक अन्य घटना में उत्तर प्रदेश के एक अन्य मजदूर सगीर अहमद पर पुलवामा में हमला किया गया। बाद में चोटों के कारण उसने दम तोड़ दिया।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने रेहड़ी संचालक की हत्या की निंदा की और लिखा, "आज श्रीनगर में एक आतंकवादी हमले में रेहड़ी वाले अरविंद कुमार की हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। यह एक नागरिक को इस तरह निशाना बनाए जाने का एक और मामला है। अरविंद कुमार कमाई के अवसरों की तलाश में श्रीनगर आया था और यह निंदनीय है कि उसकी हत्या कर दी गई।"

श्रीनगर का वह इलाका जहां बिहार के गोलगप्पे बेचने वाले पर हमला हुआ था, वही इलाका है जहां पिछले हफ्ते एक स्कूल की प्रधानाध्यापिका और एक शिक्षक की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। ईदगाह स्थित राजकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या सतिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद की गुरुवार को स्कूल परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।

लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी समूहों के रेजिस्टेंस फ्रंट नामक मोर्चे ने हमले की जिम्मेदारी ली और कहा कि शिक्षकों को भारत के स्वतंत्रता दिवस "15 अगस्त को स्कूल में एक समारोह" में भाग लेने के लिए छात्रों को दी गई उनकी भूमिका के लिए मार दिया गया था।

स्कूल के अंदर हुए जघन्य हमले से दो दिन पहले 5 अक्टूबर को घाटी में अलग-अलग हमलों में तीन नागरिकों की हत्या कर दी गई थी। ये सभी हमले एक के बाद एक हुए और उन हमलों में एक फार्मेसी मालिक, एक रेहड़ी विक्रेता और एक अन्य नागरिक मारा गया।

कश्मीरी पंडित माखन लाल बिंदू, जो श्रीनगर में एक फार्मासिस्ट के रूप में लोकप्रिय थे और एक प्रसिद्ध फार्मेसी के मालिक थे, को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। आज के हमले की तरह ही मदीना चौक के पास एक गैर कश्मीरी रेहड़ी वाले को आतंकियों ने गोली मार दी। वह भी बिहार के भागलपुर से था। उसी दिन उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में एक नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।