
नई दिल्ली। कश्मीर में लगातार बढ़ती जा रही पत्थरबाजी की घटनाओं को लेकर राज्य पुलिस ने शनिवार को एक काउंसिलिंग सत्र का आयोजन किया। काउंसिलिंग सत्र में पुलिस ने सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंकने जैसी घटनाओं में शामिल युवाओं को बुलाया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने आयोजन में शामिल युवाओं को पूरी सहायता का आश्वासन दिया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उनकी स्टडी, टयूशन व स्पोर्ट गतिविधियों में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
दिनेश्वर शर्मा ने की वार्ता
केन्द्र सरकार की ओर से कश्मीर के लिए नियुक्त विशेष वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा ने शुक्रवार को राज्यपाल एनएन वोहरा से भेंट की की थी। इस दौरान उन्होंने राज्य में शांति बहाली और प्रशासन की बेहतर कार्यप्रणाली पर चर्चा की। इसके बाद दिनेश्वर शर्मा ने गेस्ट हाउस में डि-लिमिटेशन फोरम के मेंबर्स से भी वार्ता की। मीटिंग में मेंबर्स ने राज्य के मौजूदा हालात से उन्होंने अवगत कराया। बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर में पिछले दिनों को सुरक्षा बलों ने 11 आतंकवादियों को मार गिराया था, जिसके बाद स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए और सुरक्षा बलों पर पथराव कर दिया। इस संघर्ष में एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि 50 अन्य घायल हो गए थे। 11 आतंकवादियों में से 10 शोपियां जिले में हुई दो मुठभेड़ों में मारे गए, जबकि एक आतंकवादी अनंतनाग जिले में मारा गया था।
बंदूक से नहीं बातचीत से हल
बता दें कि इससे पहले जम्मू और कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी वैद ने कहा था कि कश्मीर समस्या का हल अब बंदूक से नहीं, बल्कि बातचीत से निकाला जाएगा। जम्मू और कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद ने कहा था कि दो देशों के बीच इस समस्या का समाधान केवल लड़ाई नहीं है। कश्मीर समस्या बातचीत के माध्यम से भी निपटाई जा सकती है। ये बातें एसपी वैद ने दो दिन पूर्व सोशल साइट ट्विटर पर लोगों की ओर से पूछे गए प्रश्न के जबाव में कही थी। वैद ने कहा कि काश कश्मीर के समस्या इतनी साधारण होती, जिसका जवाब में एकबार में दे पाता। उन्होंने कहा कि सालों से तमाम दिग्गज कश्मीर समस्या से पार पाने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि उन्होंने समस्या के समाधान के लिए किसी योजना को बताने से साफ इनकार कर दिया। बता दें कि पुलिस महानिदेशक ने ट्विटर पर लोगों से सीधा जुड़ने के लिए एक नई पहल की है।
Published on:
14 Apr 2018 03:11 pm
बड़ी खबरें
View Allक्राइम
ट्रेंडिंग
