बता दें कि शख्स का नाम तिरुपति लिंगाराजू है। 30 वर्षीय तिरुपति लिंगाराजू को एक मॉल के बाहर पार्किंग में पुलिस जीप नंबर- TS 09PA 1568 खड़ी दिखाई दी। उस जीप के साथ ड्राइवर और गनर भी था। पुलिस पूछताछ में शख्स ने बताया कि उसे पता चला कि उसकी पत्नी बहुत बीमार है। उसने सोचा अगर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाऊंगा तो देर हो सकती है। इस दौरान उसे हूटर से लैस पुलिस जीप दिखाई दी तो उसने उसी जीप से पत्नी तक पहुंचने की ठान ली और कार को लेकर चल दिया।
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शख्स को कैसे मिली पुलिस की गाड़ी
पुलिस की गाड़ी ड्राइवर से लेने के लिए लिंगाराजू ने खूब दिमाग लगाया। उसने ड्राइवर से कहा कि जीप को सर्किल इंस्पेक्टर ने पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहा है। ड्राइवर ने भी जीप की चाबी लिंगाराजू को दे दी। चाभी मिलते ही लिंगाराजू फिर पूरे विश्वास के साथ जीप वहां से चला कर ले गया।
माल के बाहर खड़ी थी गाड़ी
बता दें कि इस जीप का इस्तेमाल सूर्यापेट रूरल पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार कर रहे थे। लेकिन यह गाड़ी आत्माकुर (एस) पुलिस स्टेशन की थी। प्रवीण कुमार मॉल में जिम में कसरत करने गए थे। इस दौरान वे ड्राइवर और गनर के साथ जीप को पार्किंग में छोड़कर अंदर चले गए। लेकिन जब जिम कर के वह मॉल से बाहर आए तो उन्हें जीप नदारद दिखी।
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जीपीएस से लैस थी गाड़ी
फिर ड्राइवर ने उन्हें बताया कि एक शख्स गाड़ी पुलिस स्टेशन ले जाने की बात कह कर ले गया। आपको बता दें कि जीप हाईटेक कम्युनिकेशन सिस्टम और जीपीएस से लैस थी। जीप के इस तरह गायब होने से हड़कंप मच गया, लेकिन कुछ देर बाद जिले में एक टोल पोस्ट पर जीप को पकड़ लिया गया। पुलिस ने लिंगाराजू के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 के तहत केस दर्ज करने के बाद उसे जेल भेज दिया है।