रेवाड़ी गैंगरेप का मुख्य आरोपी पंकज भारतीय सेना का जवान है। पंकज की शादी छह महीने पहले हुई थी। वह कोटा में पोस्टेड था और छुट्टियों में घर आया था। पंकज ने दो साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था।
इस मामले में पुलिस की लापरवाही को देखते हुए रेवाड़ी के महिला पुलिस स्टेशन की एसआई हरिमणि को डीजीपी बीस संधू ने सस्पेंड कर दिया था। हरिमणि पर आरोप है कि जब पीड़िता शिकायत करने थाने पहुंची तब उसने केस दर्ज करने से मना कर दिया था। दूसरी तरफ खट्टर सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए रेवाड़ी के एसपी का स्थानांतरण कर दिया था। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी सुरक्षा में तैनात राहुल शर्मा को रेवाड़ी एसपी की जिम्मेदारी सौंपी थी।
राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा गठित कमेटी द्वारा जांच के बाद तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक रेवाड़ी पुलिस ने मामले में ढीला रवैया अपनाया। पुलिस की लापरवाही की वजह से आरोपियों को पुलिस की पहुंच से दूर भागने में मदद मिली थी।
आपको बता दें कि 12 सितंबर को तीनों आरोपियों ने छात्रा का उस समय अपहरण कर लिया जब वो कोचिंग जाने के लिए घर से निकली थी। इसके बाद लड़की को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया। सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपी, पीड़ित लड़की को महेंद्रगढ़ के एक बस स्टैंड पर अचेत स्थिति में छोड़ गए थे। इस मामले में 16 सितंबर को पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों में से एक नीशू को गिरफ्तार कर लिया था।