26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शैलजा हत्याकांड: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में आरोपी मेजर निखिल हांडा

शैलजा हत्याकांड के आरोपी मेजर निखिल हांडा को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

2 min read
Google source verification

image

Chandra Prakash Chourasia

Jun 29, 2018

shialza murder

शैलजा हत्याकांड: 14 दिन की न्यायिक हिरासत में आरोपी मेजर निखिल हांडा

नई दिल्ली। शैलजा हत्याकांड के आरोपी मेजर निखिल हांडा को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसी बीच पुलिस ने और हैरान करने वाला खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक नीखिल को पूरी उम्मीद थी कि वो मेजर आदित्य की पत्नी और अपनी प्रेमिका शैलजा की हत्या के बाद बचकर निकल जाएगा। इसके लिए उसने हत्या से पहले ही सबूत मिटाने की तैयारी कर ली थी।

गूगल से सीखा सबूत मिटाने का तरीका

मेजर हांडा ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने गूगल पर सर्च कर पहले कत्ल के बाद सबूत मिटाने का पूरा तरीका सीख लिया था। पुलिस इस बात के सबूत जुटाने की कोशिश में लगी हुई है कि मेजर हांडा ने अचानक गुस्से में आकर नहीं, बल्कि पूरी साजिश रचकर और पूरी तैयारी के बाद शैलजा की हत्या की थी। पुलिस का कहना है कि मेजर निखिल हांडा ने न सिर्फ साजिश के तहत कत्ल किया, बल्कि पेशेवर अपराधी की तरह इसे दुर्घटना साबित करने की कोशिश भी की।

यह भी पढ़ें: फेसबुक वाली बात निकली फर्जी, इसके जरिए मिले थे आरोपी मेजर और शैलजा

पुलिस ने लैपटॉप से निकाला काला चिट्ठा

जांच करने वाली टीम ने यह भी बताया कि आरोपी निखिल हांडा ने प्री-प्लानिंग के साथ हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने मेजर निखिल हांडा के लैपटॉप से गूगल सर्च की पूरी डिटेल्स जुटा ली हैं। पुलिस के मुताबिक कोर्ट में यह एक अहम साक्ष्य साबित होगा, क्योंकि मेजर निखिल ने पहले इसे दुर्घटना का ही रंग देना चाहा। इस खुलासे के साथ यह साबित हो गया कि आरोपी निखिल हांडा ने पूरी साजिश के तहत हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।

23 जून सड़क किनारे मिली थी लाश

बता दें कि 23 जून को दिल्ली छावनी इलाके में एक सड़क पर शैलजा द्विवेदी का शव पाया गया था और उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी। शैलजा के शव पर इस तरह के निशान मिले थे, जिससे लगता है कि उसके ऊपर वाहन चढ़ाया गया था। पुलिस को संदेह था कि उसकी पहले हत्या की गई और सड़क पर उसके शव को फेंके जाने के बाद हत्यारे या किसी अन्य का वाहन उसके ऊपर चढ़ाया गया।