
श्रीलंका ब्लास्ट: जेहरान हाशिम की तलाश में कोयंबटूर में आईएस के 7 ठिकानों पर NIA ने मारे छापे
नई दिल्ली। श्रीलंका में हुए सीरियल बम ब्लास्ट मामले में तमिलनाडु के कोयंबटूर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आईएस मॉड्यूल से जुड़े 7 ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के लिए सुबह 6 बजे कोच्चि से एनआईए के आला अधिकारी कोयंबटूर पहुंच गए थे। इस समय कोयंबटूर में आईएस के कई ठिकानों पर छापेमारी जारी है। जानकारी के मुताबिक एनआईए की टीम ने पोथनूर में अजरुद्दीन उक्कादम, सद्दाम, अकबर, कुणियामथुर में अबूबकर सिद्दीक और अल अमीन कॉलोनी में इधियाथुल्ला के घर की तलाशी में जुटी है।
श्रीलंका से मिली जानकारी के आधार पर मारे छापे
बता दें कि श्रीलंका में हुए ब्लास्ट के बाद श्रीलंका की जांच एजेंसियों ने भारतीय जांच एजेंसियों से 5 संदिग्धों के फोन नंबर शेयर किए थे। इन संदिग्धों का संबंध आतंकी संगठन आईएस से बताया गया है। भारत ने भी कुछ ऐसे लोगों के नंबर वहां की जांच एजेंसियों से शेयर किए है जो श्रीलंका के दो फिदायीनों के परिवार से संपर्क में थे। एनआईए की एक टीम कुछ दिन पहले आईएस के इन संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए श्रीलंका गई थी। वहां से मिली जानकारी के आधार पर कोयंबटूर में बुधवार को छापेमारी की गई।
तमिल बोलने वाले मौलवी पर है शक
खुफिया एजेंसियों की जानकारी के मुताबिक एक तमिल बोलने वाले कट्टर मौलवी जेहरान हाशिम को श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। ऐसा बताया जा रहा है कि वह दक्षिण भारत में इस्लामिक स्टेट से जुड़े कुछ संदिग्ध लोगों से बीते तीन साल से संपर्क में है। आरोप है कि हाशिम ने सोशल मीडिया के जरिए केरल और तमिलनाडु में आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़ने की इच्छा रखने वाले लोगों से संपर्क किया था।
नेशनल तौहिद जमात से है हाशिम का संबंध
श्रीलंकाई सरकार ने सीरियल ब्लास्ट मामले में हाशिम को हमले का मुख्य आरोपी बताया है। उस पर आईएस से जुड़े इस्लामिक समूह नेशनल तौहिद जमात (एनटीजे) की अगुवाई करने का आरोप लगाया है। श्रीलंकाई खुफिया का मानना है कि हाशिम हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है। इसी से जुड़े मामलों की छानबीन में एनआईए कोयंबूटर में छापेमारी कर रही है। इससे पहले केरल में भी छापेमारी की गई थी।
7 माह पूर्व हुई थी 5 की गिरफ्तारी
इससे पहले दिसंबर, 2018 में भी एनआईए ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में 7 स्थानों पर छापे मारे थे। करीब छह महीने पहले के छापे में एनआईए ने बड़ी तादाद में डिजिटल डिवाइस, कैश, किताबें और कुछ आपत्तिजनक कंटेट बरामद किया था। सितंबर और अक्टूबर 2018 में भी कई युवकों को आईएसआईएस से प्रभावित होने और कुछ हिंदूवादी नेताओं की हत्या की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया था।
ये छापे हिंदू मक्कल काची के प्रमुख और कुछ अन्य लोगों की हत्या की साचिश रचने के सिलसिले में मारे गए थे। सितंबर में मारे गए इन छापों 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद दो अन्य लोगों को आईएसआईएस मॉड्यूल को आश्रम देने और उनके लिए वाहन का इंतजाम करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
Updated on:
12 Jun 2019 03:06 pm
Published on:
12 Jun 2019 11:21 am
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