अतिक्रमण से घिरा बस स्टैंड बसई का बस स्टैंड यात्री सुविधाओं से महरूम है। स्टैंड पर यात्रियों को सुविधाएं न मिलने से उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात और गर्मियों में तो यात्री और ज्यादा परेशान होते हैं। प्रशासन द्वारा कुछ समय पहले महिलाओं की सुविधा के लिए बस स्टैंड पर आंचल कक्ष बनवाया था। आंचल कक्ष बनवाने का उद्देश्य यह था कि महिलाएं सुविधाजनक तरीके से बच्चों को स्तनपान करा सकें। आंचल कक्ष की वर्तमान स्थिति यह है कि कक्ष में गंदगी है। आंचल कक्ष में न तो गेट है और न ही खिड़की है। दुकानदारों ने जगह-जगह दुकानें लगाकर अतिक्रमण कर रखा है। दुकानदारों ने गुमटियां रख कर अतिक्रमण कर बस स्टैंड को पूरा घेर लिया है। यहां तक कि पीने के पानी के लिए लगे हैंडपंप के आसपास भी चाट वाले ठेले लगाते हैं। इससे लोगों को हैंडपंप नजर नहीं आता।