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गौहत्या रोक रही महिला को भीड़ ने बुरी तरह से पीटा, लगाए PAK समर्थित नारे!

100 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने नंदिनी और उसकी दोस्त को बुरी तरह से पीटा, गाड़ियों पर बरसाए पत्थर

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Kapil Tiwari

Oct 16, 2017

nandini

बेंगलुरु: अभी तक गायों की तस्करी के शक में भीड़ के द्वारा गौ तस्करों पर हमले की खबरें आया करती थी, लेकिन बेंगलुरु से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां गौ तस्करी की सूचना पुलिस को देने पर गौहत्यारों समेत भीड़ ने एक महिला की बुरी तरह से पिटाई कर दी। 45 साल की ये महिला पेशे से सॉफ्टेवेयर इंजीनियर है और इसका कसूर सिर्फ इतना था कि इस महिला ने कसाईखाने ले जाई जा रही गायों को बचाने की कोशिश की।

100 से ज्यादा लोगों ने बरसाए पत्थर
पूरी घटना थलागट्टापुरा थाने के अवालहल्ली इलाके की है, जहां शनिवार रात को गौकशी की तहकीकात करने गई एक महिला को भीड़ ने बुरी तरह से पीटा। पीड़िता ने बताया कि जब 100 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने उन पर हमला किया तो उस वक्त वो अपनी एक दोस्त के साथ ड्राइविंग कर रही थी। इस दौरान भीड़ ने उनकी गाड़ी को भी निशाना बनाया और गाड़ी पर पत्थर बरसाने शुरु कर दिए। पीड़िता नंदिनी ने बताया कि वह अपने कुछ दोस्तों के साथ इस इलाके में थी और जेपी नगर में टीपू सर्किल के पास गाड़ी चला रहीं थी।

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
वहीं महिला की शिकायत दर्ज करने के बाद तलघाट्टपुरा पुलिस ने बताया है कि हमने महिला की शिकायत के आधार पर शिकयत दर्ज कर ली है। पुलिस ने बताया कि महिला का कहना है कि उनके साथ-साथ उनकी 33 साल की दोस्त रिजिल को भी भीड़ ने निशाना बनाया है और उनकी इनोवा कार को भी तोड़ दिया है।

पहले भी 14 गाय मिली थी मृत
नंदिनी ने अपनी शिकायत में बताया है कि इस इलाके में उन लोगों ने कुछ संदिग्ध गतिविधियां देखीं थी। इससे पहले भी यहां पर 14 गाय मृत पाईं गईं थी। नंदिनी ने बताया कि वो अपने दोस्तों के साथ संदिग्ध गतिविधियों को चेक करने गई थी। इस दौरान उन्होंने देखा कि गायों को लेन के एक कोने में ले जाया जा रहा है और जहां उनकी हत्या की जा रही थी। नंदिनी बताती हैं कि इस इलाके में भारी संख्या में बीफ की अवैध दुकानें हैं, जहां गाय का मांस भी धड़ल्ले से बेचा जाता है।

पुलिस की मौजूदगी में हुआ हमला!
नंदिनी के मुताबिक पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया, वे लोग पुलिस स्टेशन में बैठे रहे और उन्हें बताया गया कि यहां 15-20 पुलिस वाले मौजूद हैं। नंदिनी और उनके दोस्तों ने पुलिस से गुजारिश की कि उन्हें भी घटनास्थल पर साथ ले जाया जाए ताकि वे बाकी के पुलिसकर्मियों को बता सके। पुलिस के दो कांस्टेबल नंदिनी की कार में बैठ गए और घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। उन्होंने कहा कि जब हम वहां पहुंचे, तो लेन में भीड़ दिखाई दी। नंदिनी को लगा कि पुलिस के आने की सूचना पाकर लोग इकट्ठा हो गए हैं। इसलिए वो अंदर चली गईं, लेकिन, वहां का नजारा देखकर उन्हें हैरानी हुई कि वहां कोई भी पुलिस वाला मौजूद नहीं था। भीड़ उनके साथ पागलों की तरह व्यवहार कर रही थी और उनकी कार को घेर लिया था।

'पाकिस्तान के समर्थन में नारे'
नंदिनी ने बताया है कि इस दौरान जो लोग उन पर हमला कर रहे थे वो पाकिस्तान समर्थित नारेबाजी भी कर रहे थे। इसी बीच भीड़ ने हम पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने की घटना की निंदा
इस घटना के बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि मैं इस हमले की निंदा करता हूं। बंगलूरू में हुआ यह हमला बताता है कि शहर में किस तरह से लॉ एंड ऑर्डर तोड़े जा रहे हैं।


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