22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं हैं एंटी रेबीज इंजेक्शन

स्वान के काटे बच्चों को लेकर आए परिजनों में आक्रोश, सीएम हेल्प लाइन में की शिकायत  

2 min read
Google source verification

डबरा

image

rishi jaiswal

Jan 03, 2021

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं हैं एंटी रेबीज इंजेक्शन

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं हैं एंटी रेबीज इंजेक्शन

डबरा/भितरवार. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहां एक ओर अव्यवस्थाओं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अस्ताल में पिछले 15 दिन से एंटी रेबीज( स्वान काटने ) का इंजेक्शन नहीं है जिसके चलते मरीज व परिजन परेशान हो रहे है।

रविवार को एक पीडि़त मरीज के परिजनों उस समय आक्रोश पैदा हो गया जब रविवार की सुबह ग्राम सहारन का एक युवक भवनलाल जाटव अपने 7 वर्षीय पुत्र प्रदीप जाटव को पागल स्वान के द्वारा काट लेने के बाद सामुदायिक अस्पताल भितरवार पहुंचा। जहां इमरजेंसी ड्यूटी कर रहे चिकित्सक डॉ. राहुल गांधी द्वारा आवश्यक उपचार देने के बाद ओपीडी के पर्चे पर स्वान काटने के बाद लगने वाला एंटी रेबीज इंजेक्शन अस्पताल में उपलब्ध ना होने की बात कहते हुए बाजार से खरीदकर लाने को कहा, जिस पर मरीज का परिजन बिफर पड़ा और उसने अपने अन्य परिजनों के साथ रोष व्यक्त करते हुए विरोध दर्ज कराया।

इसी दौरान ग्राम सांखनी का नरेश वाल्मीकि भी अपने 7 वर्षीय पुत्र ध्यान वाल्मीकि को इंजेक्शन का दूसरा डोज लगवाने के लिए अस्पताल पहुंचा। जहां उसे भी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हो सका। हालांकि उपस्थित चिकित्सक द्वारा उसको समझा बुझाकर घर भेज दिया गया।
ग्राम सहारण के पीडि़त व्यक्ति द्वारा अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन ना होने की समस्या के संबंध में बीएमओ से लेकर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों तक को अवगत कराया। लेकिन उक्त पीडि़त व्यक्ति की समस्या का समाधान कहीं से ना होने की स्थिति में पीडि़त व्यक्ति द्वारा सीएम हेल्पलाइन 181 पर इस समस्या को दर्ज कराया। इस दौरान पीडि़त ग्रामीण द्वारा बताया गया कि मेरे पास इतना पैसा नहीं है कि मैं बाजार से इंजेक्शन खरीदकर अपने बच्चे को लगवा दूं। मैं सरकारी अस्पताल के भरोसे इलाज कराने आया था। इलाज तो संबंधित चिकित्सक द्वारा कर दिया गया लेकिन इंजेक्शन ना मिलने की समस्या से काफी परेशान रहा।

इस समस्या के संबंध में मैंने जिला अधिकारी को भी अवगत कराया है तो उन्होंने मुझे आश्वासन भी दिया है कि सोमवार तक इंजेक्शन भिजवा दिए जाएंगे। तब कहीं जाकर उक्त पीडि़त ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक और जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद गुस्साया परिजन शांत हुआ। उल्लेखनीय है कि नगर भितरवार और ग्रामीण अंचल में प्रतिदिन कोई ना कोई व्यक्ति स्वान के काटने का शिकार हो रहा है। कई ग्रामीण ऐसे गरीब और असहाय लोग सरकार इस साल के भरोसे आते हैं कि वह मुफ्त में इलाज होता है। लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों की हीला हवाली के कारण लोगों को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जो स्वास्थ्य उन्मुख योजनाएं चलाई गई है उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है।