
लाइन लगाकर बंट रहा यूरिया, दिनभर हो रहे किसान परेशान
डबरा. यूरिया खाद की किल्लत बनी है जिससे किसान खेती का काम छोडक़र दिनभर यूरिया लेने के लिए लाइन लगा रहे है और इसके बाद भी पर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में किसानों को रोज डबर आकर यूरिया खाद लेने के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। दरअसल इस बार गेहूं पिछले साल से तीन गुण ज्यादा हुआ है। किसानों का कहना है कि दिनभर उन्हें खाद लेने परेशान होना पड़ रहा है। पांच दिन से ज्यादा दिन तक पानी लग गया और यूरिया नहीं डला है जिससे उन्हें फसल के खराब होने का डर बना है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार पानी लगने के पांच दिन के अंदर यूरिया खाद आवश्यक रूप से डाली जाना चाहिए। तब ही फसल की गुणवत्ता बेहतर बनी रहती है।
लाइन में लगने के बाद भी दो-दो यूरिया के कट्टे दिए जा रहे हेै। इधर, कृषि विभाग पर्याप्त खाद होने की बात करता है लेकिन जब हर दुकान पर किसान यूरिया के लिए लाइन लगाकर परेशान है तो क्षेत्र में यूरिया की किल्लत साफ तौर से देखने को मिल रही है। खुल्ले पैसे की समस्या को देखते हुए दुकानदान २७० रुपए में यूरिया खाद बेच रहे हेै। जबकि निर्धारित मूल्य 297.50 रुपए है। हालांकि प्रशासन ने यूरिया की किल्लत को देखते हुए और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कृषि विभाग और राजस्व विभाग के कर्मचारियों की निगरानी में बंटवा रहे है साथ ही दुकानें भी चिन्हित की है जहां से यूरिया खाद बंटवाया जा रहा है। गुरुवार को यूरिया खाद लेने के लिए लम्बी लाइन लगी थी और किसान अपनी बारी आने का इंतजार करते देखे गए।
बाहर से आ रहे किसान: कृषि विभाग के मुताबिक अभी डबरा ब्लॉक में यूरिया का स्टॉक 950 टन है जबकि वर्तमान में बोई फसल रकवानुसार 2 हजार टन यूरिया की और आवश्यकता है। बावजूद इसके किसानों को लाइन लगाकर दिनभर परेशान होकर मात्र दो-दो बोरे ही मिल पा रहे है। डबरा ब्लॉक में अभी तक गेहूं की बुवाई 38700 हैक्टेयर में हो चुकी है जो कि कृषि विभाग को दिए गए लक्ष्य 37300 से ज्यादा हो गई है। पर अब यूरिया का संकट बना है समय पर नहीं मिलने से खड़ी गेहूं की फसल के खराब होने का संकट मंडरा रहा है। हालांकि कृषि विभाग का कहना है कि पर्याप्त खाद है और जिन दुकानों पर लाइन लग रही है वहां बाहरी किसान आ रहे है और अपने रिशतेदारों के खाते की किताब लगाकर यूरिया खाद ले रहे है।
लाइन लगाकर खाद लेना पड़ रहा है जिससे पूरे दिन उनकी परेशानी बनी है। खुल्ले पैसे नहीं होने पर 270 रुपए लिए जा रहे है और अपने चहेतों किसानों आढ़तियों- व्यापारी के माध्यम से पहुंचने वाले किसानों को जल्द खाद देते है। दिनभर लाइन लगाने की वजह से कृषि प्रभावित है।
श्याम शर्मा : किसान
इस बार यूरिया के लिए काफी परेशान होना पड़ रहा है पिछले कई सालों से आसानी से खाद मिल जाता था। कोई लाइन नहीं लगानी पड़ती थी इस बार लम्बी लाइन लगाकर वह भी पर्याप्त खाद नहीं मिल रहा है, समय पर यूरिया खाद फसल को नहीं लगा तो फसल खराब हो जाएगी।
चंद्रभान- किसान
इनकी सुनें= क्षेत्र के किसानों को पर्याप्त खाद मिल गया है जहां पर लाइन लग रही है वहां पर शिवपुरी और आसपास के क्षेत्र के किसान आ रहे है जो अपने रिश्तेदारों के खातों से खाद ले रहे हेै। एक दिन पहले यह शिकायत आई थी और जब वहां पहुंचे और यह कहा कि यूरिया के साथ कम्पोज खाद भी लेना पड़ेगी और जांच की तो लगी 50 लाइन में से 20 लोग ही रह गए थे। पर्याप्त खाद है। फिर भी 2000 टन की मांग और भेजी गई है।
बीके मिश्रा- वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी डबरा
Published on:
18 Jan 2019 12:13 pm
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