
डबरा. डबरा और ग्वालियर के बीच स्थित संदलपुर रेलवे स्टेशन पर इनदिनों प्यास बुझाने के लिए पानी तक नहीं है। स्टॉफ के पेयजल की व्यवस्था डबरा से की जा रही है। स्टाफ के लिए 35 किमी दूर डबरा से प्रतिदिन पैसेंजर ट्रेन से केनों में भर पानी पहुंचाया जा रहा है। लेकिन यात्रियों की प्यास बुझाने का कोई प्रबंध नहीं किया गया है।
संदलपुर में रेलवे की सिर्फ दो लाइनें अप और डाउन है। सिर्फ एक पैंसेजर ट्रेन का यहां स्टापेज है। इस स्टेशन पर लंबे समय से पानी की समस्या है। एक साल पूर्व रेलवे स्टेशन स्टॉफ के लिए कुएं से पानी आता था। बाद में पानी पहुंचाने के लिए ठेका दिया गया। ठेकेदार पानी पहुंचाता था। छह माह पूर्व स्टेशन पर बोरिंग कराकर उसमें हैण्डपंप लगाया गया। लेकिन इसमें पानी साफ नहीं निकला। रेलवे स्टाफ और यात्री अब तक इस पानी से अपनी प्यास बुझाते रहे लेकिन 15 दिन पूर्व जब पानी में मिट्टी की मात्रा अधिक आने लगी और यह पानी किसी भी दृष्टि से पीने योग्य नहीं रहा तो स्टेशन प्रबंधन ने इस बात की शिकायत रेलवे के अफसरों से की।
रेलवे ने संदलपुर स्टेशन स्टाफ के लिए पानी की व्यवस्था डबरा स्टेशन से कर दी। एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई जो प्रतिदिन सुबह झांसी से आने वाली ट्रेन में पानी की केनें लेकर संदलपुर स्टेशन पर पहुंचाता है और रात को आगरा से आने वाली ट्रेन से खाली केनों को लेकर डबरा पहुंचता है। स्टाफ के लिए तो रेलवे ने पानी की व्यवस्था कर दी लेकिन यात्रियों के पेयजल के लिए कोई इंतजाम नहीं किया। हालांकि संदलपुर स्टेशन से ज्यादा यात्री यात्रा नहीं करते फिर भी संदलपुर क्षेत्र के गांव के पांच से दस यात्री यहां से रोज पैसेंजर ट्रेन से यात्रा करते हैं। इनके लिए पानी का कोई प्रबंध नहीं है। पानी न होने से स्टेशन पर लगी पानी की टंकिया खाली पड़ी हैं।
संदलपुर स्टेशन पर पानी की समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा। फिलहाल स्टाफ व यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए तात्कालिक व्यवस्था डबरा से पानी भेजने की बनाई गई है।
मनोज कुमार सिंह, जनसंपर्क अधिकारी रेलवे, झांसी मंडल
Published on:
31 Mar 2018 06:39 pm
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