
दमोह, स्याही से रंगे दमोह जिला शिक्षा अधिकारी।
दमोह. हाई व हायर सेकंडरी स्कूल की छात्राओं को ड्रेस कोड के नाम पर हिजाब पहनाने और शिक्षकों का धर्मांतरण कराए जाने के आरोपित गंगा जमुना स्कूल के खिलाफ हुई पहली जांच में क्लीन चिट देने वाले डीइओ के चहरे पर मंगलवार को भाजपा नेताओं ने स्याही पोत दी। यह घटना उस वक्त हुई जब डीइओ एसके मिश्रा अपने कार्यालय से गाड़ी में बैठकर जा रहे थे। इसी बीच इनकी गाड़ी को परिसर में ही भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमित गोलू बजाज, मोंटी रैकवार सहित अन्य भाजपा सोशल मीडिया जिला संयोजक संदीप शर्मा, ओम रैकवार, विष्णु साहू, सुमित गुप्ता, संगीत सिंह राजपूत, निहाल सिंह राजपूत, कपिल सिंह तोमर, राहुल यादव, अभिषेक राय ने रोका और गाड़ी का कांच खुलवाकर उनके चहरे पर स्याही पोत दी।
विरोध का शिकार हुए डीइओ एसके मिश्रा ने बताया कि कुछ लोग आए और अचानक उन्होंने मेरे ऊपर स्याही उड़ेल दी। घटना करने वाले गंगा जमुना स्कूल की जांच की बात कह रहे थे, जबकि मैंने कोई जांच नहीं की। जिन्होंने स्याही मेरे ऊपर डाली उनमें से एक दो को मैं चहरे से पहचानता हूं। कार्यालय में उनका आना जाना रहता था। इनके द्वारा स्कूल में मरम्मत का कार्य भी कराया गया था, जिनके बिल अभी पैंडिंग हैं। मिश्रा ने बताया कि अभी मैंने उक्त घटना की कोई शिकायत नहीं की है, हालांकि मैं इस संबंध में अपने वरिष्ठों से पहले बात करूंगा।
आयोग ने कहा आयतें सिखाईं जातीं
आयोग सदस्य दीपक तिवारी का कहना है कि स्कूल के बच्चे डरे सहमे हुए हैं। स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों व बच्चों पर दबाव बनाया गया है। हमारी चार बच्चों से बात हुई थी, जिन्होंने बताया कि स्कूल में हिंदी और संस्कृत में बोले जाने वाले श्लोक नहीं सिखाए जाते थे, वहां आयतें सिखाईं जातीं हैं। बच्चों ने यह भी कहा कि जिसे प्रबंधन ने स्कार्फ बताया, वह हिजाब ही है। बता दें कि मामले में आयोग द्वारा लगातार जांच की जा रही है और मामले से जुड़े लोगों से बातचीत की जा रही है। इधर ०२ जून को आयोग की टीम ने स्कूल पहुंचकर जांच की थी, जहां तीन शिक्षिकाओं के धर्मांतरण के सबूत उन्हें मिले थे। इसके बाद शिक्षिकाओं के घरों पर न होने की बात सामने आई और फिर अचानक ही मंगलवार को तीनों शिक्षिकाएं कलेक्ट्रेट पहुंची और अपनी धर्मांतरण को स्वैच्छिक होना कहा।
मान्यता निरस्ती का थमाया नोटिस
गंगा जमुना हायर सेकंडरी स्कूल की मान्यता निलंबित किए जाने के बाद अब निरस्त किए जाने संबंधी नोटिस जेडी सागर द्वारा जारी कर दिया गया है। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण संभाग सागर मनीष वर्मा द्वारा विवादों में घिरे गंगा जमना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को स्कूल की मान्यता निरस्त करने संबंधी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि जिला शिक्षाधिकारी द्वारा किए गए निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कई अनियमितताएं गई। इसके अलावा मप्र बाल अधिकार संरक्षण परिषद सदस्यों के द्वारा 2 जून को किए गए निरीक्षण में प्रचलित पाठ्यक्रम से भिन्न उर्दू साहित्य की पुस्तकें पाई जाना व अन्य शिकायतें, जो माध्यमिक उच्चतर माध्यमिक शालाओं की मान्यता नियम 2017 के नियमानुसार शाला पुस्तकालय में कोई ऐसी पुस्तक या अन्य रूपों का साहित्य अंतर्विष्ट नहीं होगा, जो साम्प्रदायिक विवाद या जातिवाद या धर्मए क्षेत्र या भाषा आदि के आधार पर भेदभाव का समर्थन अथवा प्रचार करे। साथ ही शाला पुस्तकालय में भारत सरकार या मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रतिबंधित किसी पुस्तक को नहीं रखा जाएगा। इसलिए उक्त संबंध में स्कूल प्रबंधन सुसंगत प्रमाणित दस्तावेजों के साथ 3 दिवस में अपना पक्ष प्रस्तुत करें कि क्यों न मान्यता निरस्त कर दी जाए।
यह आदेश डीइओ ने किया था जारी
शासकीय माध्यमिक स्कूल सगौड़ी कला, मडिय़ादो, रजपुरा, प्राथमिक शाला जैतगढ़ माल के प्रभारियों को डीइओ द्वारा ९ मई को आदेश जारी कर कहा गया कि तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य को सुचारू रूप से संचालन के लिए क्रेताओं को रुकने के लिए स्कूलों के कमरों और प्रांगण की जरूरत है। इसलिए निर्देशित किया जाता है कि क्रेता स्टॉफ को ठहरने के लिए कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इधर इस संबंध में डीइओ एसके मिश्रा का कहना है कि मुझे डीएफओ से पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें तेंदूपत्ता संग्रहण करने के लिए भवनों को चाहा गया था। इस पत्र के आधार पर प्रधानाध्यापकों को स्कूल भवन तेंदूपत्ता संग्रहण करने वालों को उपलब्ध कराए जाने के लिए आदेश पत्र जारी किया था। डीइओ मिश्रा का कहना है कि मुझे यह नहीं पता किस फर्म को भवन उपलब्ध कराए गए थे।
Published on:
06 Jun 2023 08:21 pm
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