
दमोह. आस्था या अंधविश्वास..इसे लेकर एक बार फिर बहस छिड़ी नजर आ रही है। मामला दमोह जिले का है जहां एक नीम के पेड़ से दूध की धार निकलने के बाद कुछ लोग इसे भगवान का चमत्कार बता रहे हैं और पूजा-पाठ में जुट गए हैं तो कई लोग इसे सामान्य प्रक्रिया बताते हुए अंधविश्वास कह रहे हैं। जानकारों का कहना है कि किसी भी पेड़ से तरल पदार्थ निकलना एक सामान्य प्रक्रिया है ये किसी भी प्रकार का चमत्कार नहीं है।
नीम के पेड़ से निकल रही दूध की धार
मामला दमोह जिले के हटा का है जहां के मड़ियादो में एक खेत में लगे नीम के पेड़ से दूध जैसे तरल पदार्थ के रिसाव के बाद लोग इसे भगवान का चमत्कार मान रहे हैं। नीम के पेड़ से दूध निकलने की खबर लगते ही पेड़ पर लोगों का मेला सा लग गया है और पूजा पाठ का दौर भी शुरु हो गया है। इतना ही नहीं इसे भगवान का चमत्कार बताते हुए नीम के पेड़ के पास एक छोटे से मंदिर का निर्माण भी करा दिया गया है। जिस पर दिन भर पूजा पाठ का दौर चलता रहता है। नीम के पेड़ से निकल रहे सफेद रंग के तरल पदार्थ को जमा करने के लिए लोगों ने पेड़ के नीचे एक गड्ढा बना दिया है जिसमें ये पदार्थ इकहट्ठा होता है और यहां आने वाले श्रद्धालु इसे पीते हैं। कुछ लोगों का कहना है कि बीते कुछ महीनों से नीम के पेड़ से दूध की धार बह रही है जो कि ईश्वर का चमत्कार है और कई लोगों की बीमारियों के ठीक होने का दावा भी लोग कर रहे हैं।
आस्था या अंधविश्वास
नीम के पेड़ से सफेद रंग के तरल पदार्थ का निकलना एक तरफ जहां आस्था का केन्द्र बन चुका है वहीं जब इस बारे में जानकारों से बात की गई तो जानकारों ने इसे एक सामान्य प्रक्रिया बताया। जानकारों का कहना है कि किसी भी पेड़ से किसी भी प्रकार का तरल पदार्थ निकलना एक सामान्य बात है इसमें चमत्कार जैसा कुछ भी नहीं है। जानकारों ने लोगों से अपील की है कि इसे चमत्कार न मानें और न ही ऐसी खबरों व अफवाहों को फैलाएं।
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Published on:
28 Dec 2022 04:48 pm
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