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Damoh News : वृद्धाश्रम के बुजुर्गों की अटकी पेंशन, छोटे-छोटे खर्चों के लिए भी मोहताज

नगरपालिका के चक्कर काटने के बाद भी नहीं हुई सुनवाई, अब पंचनामा से निकलेगा हल

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दमोह

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Samved Jain

Nov 04, 2025

नगरपालिका के चक्कर काटने के बाद भी नहीं हुई सुनवाई, अब पंचनामा से निकलेगा हल

नगरपालिका के चक्कर काटने के बाद भी नहीं हुई सुनवाई, अब पंचनामा से निकलेगा हल

दमोह. वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों की जिंदगी इन दिनों मुश्किलों से गुजर रही है। तीन से चार माह से वृद्धावस्था पेंशन न मिलने के कारण यहां रहने वाले वृद्ध आर्थिक तंगी झेल रहे हैं। आश्रम में निवासरत कुसुम रानी सोनी, लक्ष्मी रैकवार, प्रेमबाई ठाकुर, फूलबाई नामदेव, बेनी बाई यादव, अंबिका खरे, दरबारी अहिरवार सहित अन्य वृद्ध महिलाएं और पुरुष हर महीने मिलने वाली ६०० रुपए की पेंशन का इंतजार कर रहे हैं। अब तक यह राशि उनके खातों में नहीं पहुंची है।
पेंशन न मिलने से उनकी दिनचर्या पर असर पड़ा है। वृद्धाश्रम में भोजन की व्यवस्था तो होती है, परंतु व्यक्तिगत खर्चों के लिए, पूजा सामग्री, आवश्यक वस्तुएं खरीदने तक में उन्हें कठिनाई हो रही हैं। इन बुजुर्गों की आंखों में इंतजार और दिल में उम्मीद बाकी है। शायद अगली बार पेंशन आए तो कुछ दिन सुकून से गुजर सकें। समाज के सबसे संवेदनशील वर्ग की यह पीड़ा प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल खड़े करती है।

क्या कहा आश्रम में रहने वाली वृद्धाओं ने
वृद्धा प्रेमबाई ने भावुक होकर कहा पहले महीने में पेंशन आने का इंतजार रहता था, जिससे थोड़ी राहत मिल जाती थी, लेकिन अब तीन माह से एक भी पैसा नहीं आया है। किसी काम के लिए भी दूसरों का मुंह देखना पड़ता है।
लक्ष्मी रैकवार ने बताया कि कुछ वृद्धों ने नगरपालिका के चक्कर भी लगाए, आवेदन भी दिएए लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। नगरपालिका में कह दिया कि केवायसी नहीं होगी तो पेंशन नहीं मिलेगी।
वृद्धा फूलबाई कहती है कि बुढ़ापे में सहारा सरकार की पेंशन होती है और जब वही रुक जाए तो जीवन और भी कठिन हो जाता है। कुछ वृद्धाओं ने बताया कि २५ तारीख को पेंशन आ गई है, लेकिन उनकी नहीं आई है।

जानकारी पर नगरपालिका की टीम पहुंची
सूचना पर नगरपालिका की पेंशन शाखा की टीम वृद्धाश्रम पहुंची। शाखा प्रभारी नितिन पटेल ने बताया कि खातों में केवायसी नहीं होने के कारण पेंशन अटकी है। इसकी जानकारी सामने आते ही वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों से चर्चा की। उनके फिंगरप्रिंट भी नहीं आ रहे हैं। दूसरा मोबाइल नंबर भी नहीं है। साथ ही परिचित न होने के कारण नंबर भी लिंक नहीं है। ऐसे में एक पंचनामा तैयार किया जा रहा है। इस पंचनामा के आधार पर केवायसी क्लेम की जाएगी। साथ ही वृद्धों के खातों में पेंशन पहुंच जाएगी।
इस संबध में वृद्धाश्रम प्रबंधक वीरेंद्र असाटी का कहना है कि पेंशन नहीं मिलने के मामेल में उन्होंने भी इस संबंध में समाज कल्याण विभाग और नगरपालिका को सूचना दी है, जिस पर नगरपालिका की टीम ने फॉलोअप लिया है। जल्द ही पेंशन मिलने की उम्मीद है।