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तीन हत्याओं के बाद दूसरे दिन घर में रोशन हुआ बेटी रूपी चिराग

पीडि़त परिवार और आरोपियों के बीच था मात्र एक पतली ग्रीन नेट का फासला  

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Daughter Roopi lamp illuminated in the house on the second

Daughter Roopi lamp illuminated in the house on the second

दमोह. पथरिया की बीएसपी विधायक रामबाई सिंह परिहार के विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले देवरान गांव में मंगलवार सुबह हुए ट्रिपल हत्याकांड के चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि तीन आरोपियों का पकड़ा जाना अभी शेष है। वहीं इस हत्याकांड के दूसरे दिन पीडि़त घर में एक बेटी का जन्म हुआ है। लेकिन इस नवजात का पिता गोली लगने से घायल हो गया था, जो जिला अस्पताल में उपचाररत है। वहीं इस जघन्य हत्याकांड के बाद नेताओं का पीडि़त परिवार से मुलाकात का क्रम जारी है। बुधवार को जिले के प्रभारी व राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत देवरान पहुंचे और पीडि़त परिवार की महिलाओं को ढांढस बंधाने का प्रयास किया। साथ ही इनके द्वारा आठ लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी परिवार को मुहैया कराई गई है।
पत्रिका ने घटना स्थल पहुंचकर पाया कि पीडि़तों का घर और हत्यारों के घर के बीच महज एक प्लास्टिक की पतली ग्रीन नेट की चादर दीवार के रूप में है। दोनों पक्षों का आंगन जुड़ा हुआ है। पीडि़त परिवार की महिलाएं जहां उन पर टूटे दुख के पहाड़ के आंसू बहा रहीं हैं, तो आरोपियों के घर सूने पड़े हैं, सिर्फ एक दिव्यांग वृद्ध ही घर में मौजूद है, जो घटना के मुख्य आरोपी का पिता है। घटना स्थल के समीप ही पुलिस सुरक्षा बल की टुकड़ी ने छावनी बनाकर डेरा डाल रखा है और अधिकारी ड्यूटी दे रहे हैं। बता दें कि एक और दृष्य सामने आया जो हैरान करने वाला था। दरअसल जिस जगह खून से लतपथ शवों को रखा गया था, पुलिस ने उस स्थल का घेरा टूटी फूृटी लकडिय़ों से किया है।
पहले की मौत की पुष्टि फिर हुए मौके से रवाना
घटना की चश्मदीद मृतक मानक अहिरवार की पत्नी ने पत्रिका को बताया कि आरोपियों ने मेरे पति मानक, ससुर घमंडी व सास राजप्यारी की गोली मारी और यह तीनों मरे की नहीं यह जानने के लिए उनकी नब्ज को देखा, जब उन्हें भरोसा हो गया कि तीन मर गए हैं, तब वह गोली चलाते हुए मौके से रवाना हुए थे। पत्नी का कहना है कि आरोपी इस बात का शक करते थे कि मेरे पति उनके घर की महिला पर बुरी नजर रखते हैं, जबकि ऐसा नहीं था। वह घटना के दो दिनों से गोली मारने की बात कह रहे थे और मंगलवार की सुबह घर आकर हमला कर दिया। बता दें कि मृतक की पत्नी ने पुलिस पर भी आरोप लगाया है और कहा कि पुलिस पक्षपात की कार्रवाई कर रही है। घटना में छह आरोपियों से अधिक शामिल थे, जिनके नाम पुलिस को बताए हैं। लेकिन पुलिस ने पैसा लेकर कुछ लोगों को पकडऩे के बाद उन्हें छोड़ दिया है।
उपचाररत घायल की पत्नी ने जगाई उम्मीद की आश
गोली लगने की वजह से मृतक घमंडी का छोटा बेटा महेश अहिरवार जिला अस्पताल में उपचाररत है, जिसकी पत्नी राजबाई ने मंगलवार बुधवार की रात एक बेटी को जन्म दिया है। लेकिन घर में बेटी की किलकारियों को मातम की वजह से रो रहीं महिलाओं की आवाज ने दबा दिया है। बेटी पूर्णत: स्वस्थ्य है, लेकिन घर के बाकी बच्चे घर में चूल्हा नहीं जलने की वजह से भूखे हैं, जो बिस्कुट से पेट भरते हुए देखे गए। मातम का असर न सिर्फ पीडि़तों के घर तक सीमित है, बल्कि पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।
राजस्व मंत्री ने पहुंचकर बंधाया ढांढस, दी सहायता राशि
बुधवार की दोपहर जिले के प्रभारी व राजस्व मंत्री गोविंद सिंह ने पीडि़त परिवारजनों से मुलाकात की और शासन की ओर से मिलने वाली सहायता राशि उन्हें सुपुर्द की। साथ ही मंत्री राजपूत ने कहा कि इस घर के बच्चों की शिक्षा का भार अब शासन उठाएगी और जो भी अन्य सहायता संभव हो सकेंगी वह पीडि़तों को उपलब्ध कराई जाएगी। हत्याकांड पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि इस घटना की भरपाई नहीं हो सकती है, लेकिन कुछ लोग, जो पीडि़त परिवार को बरगलाने में लगे हैं वह गलत है।
तीन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
हत्याओं को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी जगदीश पटेल को पुलिस ने घटना के कुछ घंटों के भीतर ही तलाश कर लिया था। जबकि घटना में शामिल दो अन्य नामजद आरोपियों को भी पुलिस ने बुधवार की दोपहर से पहले गिरफ्तार कर लिया है। अब घटना की तीन और नामजद आरोपियों का पकड़ा जाना शेष है।
अवैध कब्जा हटाने के नोटिस मकानों के बाहर चस्पा
जिला राजस्व विभाग द्वारा आरोपियों के घरों के बाहर नोटिस चस्पा किए हैं, जो इनके अवैध कब्जों को हटाए जाने की प्रक्रिया के हैं। इन नोटिस में उल्लेख है कि हल्का नंबर 40, खसरा 182 में 004 हैक्टेयर शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा है, जो तत्काल हटाया जाए व इस संबंध में पक्षकार 26 अक्टूबर को तहसील कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखे अन्यथा की स्थिति में एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि यह नोटिस इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि 26 अक्टूबर को आरोपियों के अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। वहीं यह नोटिस दो अलग अलग मकानों पर चस्पा किए गए हैं।