दमोह में बड़ी गणेश प्रतिमाओं का चल समारोह शुरू हुआ, जिसमें अखाड़े भी शामिल थे। इस दौरान श्रेष्ठ प्रतिमा, श्रेष्ठ झांकी, श्रेष्ठ साज सज्जा के तहत पुरस्कार दिए गए। चल समारोह धीरे-धीरे आगे बढ़ता जा रहा था, जिन्हें नंबर देकर घंटाघर से निकाला जा रहा था। इस दौरान एक समिति को 10 से 15 मिनट का समय अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए दिया जा रहा था, डीजे, बैंड बाजों के साथ गणपति बप्पा मोरिया, बड़े तला में लोरिया के नारे भी गुंजायमान हो रहा था। शहर में विजय नगर कॉलोनी में गणेश विसर्जन के लिए कुंड बनाए गए थे, जिसमें सभी परिवारों ने गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। इसी तरह टाइम्स स्कूल में नर्सरी के बच्चों ने स्कूल परिसर में ही कुंड में विर्सजन किया।