11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

#Dial 100: अशोक बोल रहा हूं, इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी ट्रेन में बम हैं…

इंदौर- जबलपुर में बम होने की सूचना पर अलर्ट हुई रेल पुलिस, तीन डिब्बों को कराया गया खाली, स्थानीय पुलिस भी पहुंची, डॉग स्क्वाड ने भी की जांच, सूचना निकली अफवाह, 35 मिनट तक टे्रन स्टेशन पर खड़ी रहने के बाद हुई रवाना

3 min read
Google source verification

image

Gulshan Kumar Patel

Jul 02, 2017

Damoh Hindi News, Damoh News, Timing of Indore-Jab

Damoh Hindi News, Damoh News, Timing of Indore-Jabalpur Intercity, Bombing in Indore Jabalpur Intercity, Bombs at Damoh in Damoh, Damoh Police, RPF Damoh, Damoh Railway Station, Damh related news, Western Central Railway, Train in Damoh Stop

दमोह. दोपहर के 3.10 पर जैसे ही दमोह पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल को सागर कंट्रोल रूम से यह सूचना मिली कि इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस में बम की खबर हैं तो सभी स्टेशन की ओर भागे। 3.40 पर ट्रेन के पहुंचते ही पुलिस और आरपीएफ जवान ट्रेन में चढ़ गए। इंजन से तीसरे और चौथे कोच को पूरी तरह खाली कराकर चेकिंग शुरु कर दी गई, लेकिन 3.50 पर भी पुलिस को ऐसा कुछ नजर नहीं आया जो कि संदिग्ध हो।

इधर अचानक ट्रेन में पुलिस को घुसकर सर्चिंग करते हुए देखकर भी ट्रेन में सवार यात्री डर गए। हर कोई बस यही पूछता नजर आया कि आखिर हुआ क्या हैं। जबकि पुलिस और रेलवे बल लगातार सर्चिंग किए जा रहा था। 4.00 बजे यात्रियों को ट्रेन से बाहर किया जा चुका था, लेकिन तब भी कोई संदिग्ध वस्तु पुलिस को नजर नहीं आ रही थी। ट्रेन को अब रवाना किया जाना था, लेकिन पुलिस को अब डॉग स्क्वाड की याद आई। तत्काल ही स्क्वाड पहुंची और फिर 10 मिनट तक चार डिब्बों की सर्चिंग डॉग स्क्वॉड द्वारा ली गई। 4.10 मिनट पर यह स्पष्ट हो गया था कि बम या कोई संदिग्ध पदार्थ टे्रन में होने की खबर महज एक अफवाह हैं और 4.15 पर टे्रन को कटनी की ओर रवाना कर दिया जाता हैं।

इस मौके पर आरपीएफ उपथाना प्रभारी दीपचंद यादव और उनका बल, कोतवाली टीआई प्रदीप सोनी और टीम, सागर नाका चौकी प्रभारी रमाकांत मिश्रा व टीम सर्चिंग के दौरान स्टेशन पहुंच गई थी। जबकि आखिर में एडिशनल एसपी अरविंद दुबे ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी एकत्रित की। उन्होंने ट्रेन में किसी भी तरह की संदिग्ध वस्तु न होने की भी स्पष्ट जानकारी दी। इस कार्रवाई के दौरान यात्री भी एक-दूसरे से जानकारी जुटाते नजर आए।

अशोक ने किया था कॉल
दीपचंद यादव ने बताया कि अशोक नामक व्यक्ति ने डायल हंड्रेड के नंबर पर कॉल कर सूचना दी थी कि 11702 इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के इंजिन से तीसरे या चौथे डिब्बे में बम जैसी संदिग्ध वस्तु रखी हुई हैं। यह खबर डॉयल हंड्रेड कंट्रोल रूम से सागर कंट्रोल रूम भेजी गई, लेकिन ट्रेन के सागर स्टेशन से निकल जाने के कारण जानकारी दमोह फॉरवर्ड की गई। जहां ट्रेन के डिब्बों का बारीकी से निरीक्षण किया गया।

3.40 पर पहुंची ट्रेन, 33 मिनट पिटी, यात्री हलाकान
इंदौर-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस दोपहर में 3.40 पर दमोह स्टेशन पहुंची। जहां उसका 2 मिनट का स्टॉप होता हैं, लेकिन इस अफवाह की वजह से ट्रेन 35 मिनट तक दमोह स्टेशन पर खड़ी रही। इस तरह ट्रेन 33 मिनट लेट हो गई, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर बम की अफवाह उडऩे से यात्री परेशान नजर आए। यात्री केएल शर्मा ने बताया कि अचानक से पुलिस ने उन्हें ट्रेन से नीचे उतार दिया गया हैं। बताया जा रहा है कि ट्रेन में बम हैं, जिससे हम डर गए थे। हालांकि, जांच के बाद कुछ नहीं निकलते से राहत हैं। इधर 35 मिनट तक ट्रेन खड़ी रहने से गर्मी की वजह से यात्री हलाकान नजर आए।

और यहां सुरक्षा में चूक
ट्रेन में बम की खबर भले ही अफवाह साबित हो गई हो, लेकिन यह सूचना आने के बाद कैसे पुलिस और आरपीएफ द्वारा बिना कोई सुरक्षा और प्लेटफॉर्म व ट्रेन के यात्रियों को सुरिक्षत जगह पर पहुंचाए बगैर की सर्चिंग शुरु कर दी जाती हैं। ऐसे अब अगर सूचना सही होती है तो बड़े हादसे का डर होता हैं, लेकिन पूरी कार्रवाई के दौरान स्टेशन और टे्रन के आसपास पुलिस, मीडिया और यात्रियों की भीड़ लगी रही। पुलिस द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की बजाय उन्हें तमाशा देने के लिए छूट दे दी, जो कि बड़ी लापरवाही हैं। हालांकि, ट्रेन रवाना करने से पहले दो डिब्बों को पूरी तरह खाली करा लिया गया था, जबकि उन डिब्बों के यात्री दूसरे कोच में शिफ्ट कर दिए गए थे।

वर्जन
प्राप्त हुई सूचना अफवाह साबित हुई। ट्रेन की अच्छी तरह से जांच करने के बाद भी कोई संदिग्ध सामग्री बरामद नहीं की गई हैं। 35 मिनट की सर्चिंग के बाद ट्रेन को रवाना कर दिया गया हैं। जिस नंबर से सूचना आई थी उस पर अब जबाब नहीं मिल रहा हैं। पता किया जा रहा है कि यह शरारत किसने की हैं।
अरविंद दुबे, एएसपी दमोह


ये भी पढ़ें

image