11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल अस्पताल में नहीं है शव वाहन, हाथ ठेले पर रखकर शव ले गए परिजन

हटा सिविल अस्पताल में परिजन को शव ले जाने के लिए वाहन तक नसीब नहीं हुआ। आखिरकार थक हारकर परिजन मजबूरन हाथ ठेले पर शव ले गए।

2 min read
Google source verification
news

एमपी की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल अस्पताल में नहीं है शव वाहन, हाथ ठेले पर रखकर शव ले गए परिजन

मध्य प्रदेश शासन द्वारा बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाएं देने का दावा करने के विपरीत जमीनी हकीकत कुछ और ही है। इसकी ताजा बानगी देखने को मिली सूबे के दमोह जिले के हटा सिविल अस्पताल में, जहां मौत के परिजन को शव ले जाने के लिए वाहन तक नसीब नहीं हुआ। आखिरकार थक हारकर परिजन मजबूरन हाथ ठेले पर शव ले गए। इधर मामला सामने आने के बाद बीएमओ ने कहा कि अस्पताल में शव वाहन नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि शव ले जाने के लिए परिजन ने शव वाहन के बारे में बताया भी नहीं था।


आपको बता दें कि हटा थाना इलाके में आने वाले धनुष धारी मंदिर के पास गुरुवार को चंडीजी वार्ड में रहने वाले कमलेश पिता मोहन अहिरवार का शव मिला था। परिजन और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिए शव सिविल अस्पताल भेज दिया। वहां शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव वाहन न होने की स्थिति में परिजन शव को हाथ ठेले से अपने घर ले गए। इस घटना का वीडियो सोसल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। बताया जा रहा है कि मृतक नशे का आदी था।

यह भी पढ़ें- पलक झपकते ही नजर के सामने से उड़ा देते थे वाहन, लाखों रुपए की बाइकों के साथ 3 शातिर चोर गिरफ्तार


परिजन ने लगाया हत्या का आरोप

मृतक के भाई का कहना है कि एक खेत में कुएं के पास उसके भाई का शव नग्न अवस्था में मिला था। भाई ने आशंका जताते हुए कहा कि उसकी हत्या की गई है। इस संबंध में बीएमओ डॉ. अमन श्रीवास्तव का कहना है कि अस्पताल में शव वाहन नहीं है और न ही परिजन ने शव को घर ले जाने के लिए वाहन की समस्या के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अगर परिजन ये बता देते तो अस्पताल द्वारा इसकी व्यवस्था कर ली जाती। शव वाहन के लिए प्रशासन से लगातार मांग की जा रही है। इस संबंध में थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने मामले की जांच की बात कही है।