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लोगों ने कहा सड़क के मोड नहीं बल्कि नियमों का सख्ती से पालन कराने की जरूरत

अब तक हादसों के पीछे सड़कों के अंधे मोड़ और खराब सड़क को बड़ी वजह के रूम में माना गया हैं।

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दमोह. जिले में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसे चिंता का विषय बन चुके हैं। अब तक हादसों के पीछे सड़कों के अंधे मोड़ और खराब सड़क को बड़ी वजह के रूम में माना गया हैं। जबकि परिवहन और यातायात नियमों का पालन न करना भी सड़क हादसों की बड़ी वजहे बनकर सामने आ रही हैं।जागरूक लोगों का भी कहना है कि खराब सड़कें और अंधे मोड़ सड़क हादसों के लिए जितनी जिम्मेदार हैं, उतना ही ट्रैफिक नियमों का लगातार उल्लंघन होना भी है। लोगों का कहना है कि अधिकतर हादसे ओवरस्पीड, गलत दिशा में वाहन चलाना, बाइक पर ट्रिपल सवारी, मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग और हेलमेट व सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपायों की अनदेखी के कारण हो रहे हैं।

बता दें कि शहर के प्रमुख मार्गों जैसे जबलपुर रोड, हटा रोड, सागर नाका और पर आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।

दलालों के जरिए मिल रहे लायसेंसहाइवे पर वाहन चलाने वाला हर चालक एक्सपर्ट हो यह जरूरी नहीं है। बावजूद ऐसे लोगों को परिवहन विभाग से लायसेंस जारी हो जाता है। इसके पीछे की हकीकत यह है कि परिवहन विभाग से बगैर ड्राइविंग टेस्ट के ही लायसेंस जारी हो जाता है। परिवहन विभाग में सक्रिय एजेंटों के मार्फत उन्हें भी लायसेंस जारी हो रहा है, जो ड्राइविंग करना नहीं जानते हैं। जानकारों के अनुसार हादसों के पीछे ऐसे चालक भी जिम्मेदार हैं।

वर्जन...

मुझे लगता है कि हादसे लापरवाह ड्राइविंग से हो रहे हैं। हेलमेट और ट्रैफिक नियमों का पालन कम हो रहा है।

अमृता पालवाहन चालक तेज गति में गाड़ी चलाते हैं। ट्रिपल सवारी आम बात है। पुलिस को सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए।आदित्य दुबे

ज्यादातर लोग नियमों को मजाक समझते हैं। जागरूकता के साथ सख्त जुर्माना जरूरी है। तभी हादसे कम होंगे। प्रशासन को भी सुरक्षा उपाय बढ़ाने चाहिए।

प्रशांत सिंहछात्र तेज रफ्तार में बाइक चलाते हैं बिना हेलमेट। अभिभावकों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। नाबालिगों को वाहन देना भी बंद करना चाहिए।

अंकुर मिश्रा