हालांकि कुछ स्कूलों के परिणाम अपेक्षाकृत बेहतर रहा, लेकिन प्रदेश स्तर तक के प्रदर्शन से कोसों दूर रहे। बता दें कि इस बीच जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षाओं में कमजोर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की सूची तैयार की है। 30 फीसदी से कम परिणाम वाले स्कूलों के शिक्षकों की परीक्षा आगामी 8 जून को आयोजित की जाएगी। शिक्षकों को परीक्षा में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा।कोचिंग चलाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई नहींहैरानी की बात यह है कि जिन शिक्षकों द्वारा खुलेआम निजी कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने की बात सामने आ रही है, उनके विरुद्ध अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। न ही ऐसे शिक्षकों की जांच शुरू हुई है, जबकि विभागीय नियमों के अनुसार सरकारी स्कूलों के शिक्षक निजी कोचिंग नहीं पढ़ा सकते।
इधर, मामले में इस स्थिति को देखते हुए छात्रों और अभिभावकों ने मांग की है कि जिन स्कूलों का प्रदर्शन लगातार खराब है, वहां शिक्षकों की जवाबदेही तय करते हुए सख्त निगरानी की व्यवस्था की जाए।फैक्ट फाइल10वीं का परिणाम: 53.38%
12वीं का परिणाम: 48.5%30% से कम परिणाम वाले स्कूल: 43 शिक्षकों की परीक्षा तिथि 8 जूनवर्जनसरकारी स्कूलों के शिक्षक निजी कोचिंग में नहीं पढ़ा सकते कम परिणाम वाले स्कूलों के शिक्षकों की सूची बन रही है, जिनकी परीक्षा 8 जून को कराई जाएगी।
एसके नेमा, जिला शिक्षा अधिकारी, दमोह ये भी पढ
शहर के मानसभवन में दीवारों पर लगे एक दर्जन एसी शोपीस बनी, कागजों में हो रही मरम्मत
दमोह. शहर के प्रमुख सामुदायिक आयोजनों का केंद्र मानस भवन में इन दिनों भरपूर अव्यवस्थाएं देखने को मिल रहीं हैं। भीषण गर्मी के इस दौर में जहां आयोजन स्थलों में वातानुकूलित सुविधाएं जरूरी हो जाती हैं, वहीं मानस भवन में लगभग एक दर्जन एयर कंडीशनर सालों से बंद पड़े हैं, जो सिर्फ शोपीस बनकर रह गए हैं। हैरानी की बात यह है कि इन एसी की मरम्मत के नाम पर समय समय पर नगर पालिका द्वारा मोटी रकम खर्च की जाती रही है, लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं। गर्मी में जब कार्यक्रमों की संख्या बढ़ जाती है, तब यह खामी आयोजकों और आमजन दोनों के लिए काफी परेशानी का कारण बन रही है।स्थानीय रीतेश, शुभम अग्रवाल, विवेक श्रीवास्तव का कहना है कि हर बार मरम्मत और मेंटेनेंस के नाम पर खानापूर्ति की जाती है, जबकि वास्तविक समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता। एसी काम नहीं कर रहे, पंखों की स्थिति भी ठीक नहीं है और साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं भी संतोषजनक नहीं हैं। इससे मानस भवन में कार्यक्रम आयोजित करने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।विदित हो कि गर्मी के मौसम में आयोजन के दौरान भीषण गर्मी और उमस का माहौल बन जाता है। कई बार पुलिस बल भी भवन में रुकता है, लेकिन वातानुकूलित सुविधा न होने से उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।रेनोवेशन की तैयारी, लेकिन संशय बरकरारबता दें कि नगर पालिका द्वारा अब मानस भवन के रेनोवेशन के लिए नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है, जिस पर लाखों रुपए खर्च किए जाने की बात कही जा रही है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार एसी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी दुरुस्त की जाएंगी या फिर पहले की तरह सिर्फ बाहरी रंगरोगन तक सीमित रह जाएगा। लोगों की मांग है कि यदि रेनोवेशन किया जाए, तो यह जवाबदेही के साथ किया जाए।
वर्जनमानसभवन की मरम्मत कार्य का टैंडर हो चुका है, जल्द ही कार्य शुरू होगा। यहां लगे एसी खराब होने की जानकारी मुझे मिली है। यह कार्य भी मरम्मत कार्य के दौरान ही पूरा कर लिया जाएगा।
रामचरण अहिरवार, सीएमओ दमोह