दमोह. जिले में करंट लगने से हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले दो महीनों में अलग-अलग क्षेत्रों से करंट की चपेट में आकर करीब एक दर्जन लोगों की जान जा चुकी है। यह हादसे ज्यादातर बिजली के खुले तार, लटकी हुई केबल और बारिश के मौसम में जलभराव वाले इलाकों में करंट फैलने से हो रहे हैं।
बता दें कि बारिश का मौसम शुरू होते ही इन हादसों में अचानक बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। खेतों, घरों और बिजली पोलों पर बिजली सुधारते समय लोग करंट का शिकार हो रहे हैं। बीते कुछ दिनों में किसानों, मजदूरों, महिलाओं और तकनीकी कर्मचारियों की मौत की घटनाएं सामने आई हैं।
आखिर, किसकी लापरवाही
ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में बिजली को लेकर लापरवाही साफ देखी जा रही है। जहां विभाग की ओर से कोई जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा रहा, वहीं लोग भी खुद बिजली सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे हादसे हो रहे हैं। असुरक्षित कनेक्शन, खुले तार, रिसाव करते खंभे आम होते जा रहे हैं, जिन पर समय रहते कार्रवाई नहीं हो पा रही, जो बिजली कंपनी के जिम्मेदारों की लापरवाही को भी उजागर करता है।
पिछले दिनों के प्रमुख हादसे
केस 1. पिछले सप्ताह इमलाई में रोहित पटेल नाम के युवक की करंट लगने से मौत हुई।
केस 2. जून में हिंडोरिया के टिकरी बुजुर्ग गांव में छोटे सिंह(40) की बिजली के तार से करंट लगने से मौत हुई थी।
केस 3. जून में ही सतपारा में अजय अहिरवार नाम के युवक की हाइटेंशन लाइन के चपेट में आने से मौत हुई थी।
केस 4. बीते रविवार को शहर में बिजली सुधारते समय करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई।
केस 5. पिछले सप्ताह फुटेरा चौकी क्षेत्र के अगारा बहेरिया गांव में करंट से महिला की मौत हुई।
केस 6. 15 जून को नोहटा थानांतर्गत आमखेड़ा गांव में मोटर चालू करते समय एक महिला की मौत हो गई।
केस 7. मई में नोहटा के जोरतला में अजय सिंह(22) की टूटकर गिरी बिजली लाइन से करंट लगने से मौत हुई थी।
केस 8. मई में शहर की सुरेखा कॉलोनी में एक घर में पुट्टी करते समय मजदूर अविनाश वंशवर्ती की करंट लगने से मौत हुई थी।
केस 9. अप्रैल में तेजगढ़ के सुनवाई गांव में खेत में काम कर रहे वृद्ध की करंट लगने से मौत हुई थी।
केस 10. मार्च में हटा उप जेल की प्रहरी नम्रता की करंट लगने से मौत हुई थी।
वर्जन
बारिश के मौसम में करंट लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए।बिजली संबंधी कोई भी कार्य कर्मचारी से ही कराएं।
सुभाष नागेश्वर, एसई इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड दमोह
Published on:
24 Jun 2025 11:00 am