
CG News: विकासखंड गीदम के शिक्षा अधिकारी द्वारा मंगलपरी को जारी पत्र में समीक्षा बैठक के लिए जिन सूचनाओं की मांग की गई है, उसमें क्रमांक 8 पर 'बदमाशी में संलिप्त शिक्षक' की जानकारी मांगी गई है वह भी स्पष्ट रूप से 'कड़ाई से' उपलब्ध कराने के निर्देश के साथ।
शिक्षकों में इस शब्दावली को लेकर आक्रोश है। क्या किसी शिक्षक को 'बदमाश' करार देना एक जिम्मेदार अधिकारी को शोभा देता है? यह सवाल अब जोर पकड़ता जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि विभागीय सूचनाएं चाहे जितनी भी आवश्यक हों, उनके लिए उपयोग की जाने वाली भाषा मर्यादित और गरिमामयी होनी चाहिए।
अब यह मांग तेज हो रही है कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी को अपने शब्दों के चयन पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और इस पत्र को तुरंत निरस्त किया जाए। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी से इस पत्र की जांच की मांग भी उठ रही है। क्या यह प्रशासनिक असंवेदनशीलता है या भाषा की चूक? यह तो आने वाले दिनों में सामने आएगा।
CG News: इस संदर्भ में स्थानीय शिक्षक संघों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इस पत्र को शिक्षा विभाग की गरिमा के विपरीत बताया है। उनका कहना है कि शिक्षक समाज को देश का निर्माता कहा जाता है, और यदि किसी के विरुद्ध कोई अनुशासनात्मक कार्यवाही होनी है तो वह निर्धारित प्रक्रिया से हो न कि उन्हें 'बदमाश' जैसे शब्दों से नवाज़ा जाए।
Published on:
15 May 2025 11:33 am
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