
आयुर्वेद डॉक्टर के घर आखिर अफसरों ने क्यों मारा छापा, क्या है इसके पीछे का राज
आयुर्वेद डॉक्टर के घर आखिर अफसरों ने क्यों मारा छापा, क्या है इसके पीछे का राज
आयुर्वेद डॉक्टर के घर पहुंचे अफसर, डरे-सहमें डॉक्टर ने कहा कभी नहीं चलाऊंगा क्लीनिक
दंतेवाड़ा/नकुलनार. कुआकोंडा के सुपर स्पेशलिटी क्लीनिक (आयुष केंद्र) में पदस्थ बीडी गोयल के घर में शनिवार को एसडीएम और जिला चिकित्सा अधिकारी एचएल ठाकुर ने दबिश दी। मरीजों की लंबी कतार लगी थी। यहां पहुंचे तो बीडी गोयल मौके से निकल चुके थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान बीडी गोयल की पत्नी ने अधिकारियों से तल्ख लहजे में बात भी की। जब परिचय दिया तो वो शांत हुई।
इसके बाद इस आयुर्वेदिक डॉक्टर के घर एलोपैथी से जुड़ी दवाओं को जब्त किया गया। साथ ही कुछ उपकरणों को भी बरामद किया गया है। इस ममले को तीन दिन बीत चुके हैं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। एसडीएम को शिकायत मिली थी कि वह अपनी पदस्थापना क्लीनिक में कभी बैठते ही नहीं है। कुआकोंडा सामुदयिक अस्पताल के सामने ये आयुष केंद्र स्थित है। मरीजों को क्लीनिक को बंद देख वापस आना पड़ता है। इस मामले की जानकारी के लिए एसडीएम डॉ. सुभाष राज को फोन लगाया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। इस वजह से उनका पक्ष नहीं आ सका।
जनसमस्या निवारण शिविर से गायब होने पर शक
शनिवार को नकुलनार में जनसमस्या निवारण शिविर था। इस शिविर में डॉ बीडी गोयल की उपस्थिति भी रही। लेकिन शिविर से बार-बार गायब होने पर शिकायत हुई। शिविर में डॉक्टर की अनुपस्थिति से अधिकारियों के कान खड़े हुए। इस पर एसडीएम ने पड़ताल की। एसडीएम डॉ सुभाष राज को जानकारी मिली कि वह घर में अपना क्लीनिक चला रहे हैं। जन समस्या निवारण शिविर के समापन के बाद एसडीएम राज, सीएचएमओ को साथ लेकर अचानक आयुर्वेदिक डॉक्टर बीडी गोयल के घर पहुंचे। डॉक्टर के घर के बाहर देखा तो ग्रामीण मरीजों का तांता लगा था। अधिकारी की गाड़ी देख वह निकल गया। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने जब्ती की कार्रवाई की।
एक सप्ताह पहले भी दी थी दबिश
आयुर्वेद विभाग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एक सप्ताह पहले आयुर्वेद अधिकारी एमपी पटेल ने भी क्लीनिक का दौरा किया था। क्लीनिक उस दौरान भी बंद पाया गया। इस पर उन्होंने बीएमओ डॉ विजय कर्मा से लंबी चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट आयुर्वेदिक डॉक्टर बीडी गोयल के विरोध में गई थी। इस पड़ताल के बाद भी डॉक्टर को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया। एसडीएम, आयुर्वेदिक अधिकारी और सीएचएमओ के जांच के बाद भी इस डॉक्टर पर कार्रवाई का न होना कई सवाल खड़े कर रहा है।
चेतावनी देकर छोड़ा
एसडीएम ने अवैध धंधे पर पर्दा इसलिए डाल दिया उसने माफी मांग ली। सूत्र बता रहे है कि डॉ ने एसडीएम ने कहा कि इस बार छोड़ दें। वह अब कभी क्लीनिक नहीं चलाएगा। इस निवेदन के बाद एसडीएम ने लास्ट वार्निंग पर उसे छोड़ दिया। सीएचएमओ एचएल ठाकुर ने बताया कि वह अपने घर में क्लीनिक चलाता है। इस बात की जानकारी एसडीएम को मिली थी। डॉ के घर गए तो वह मौजूद नहीं था। वहां से कुछ दवाएं और इंजेक्शन जब्त किए गए। डॉक्टर के माफी मांगने पर उसे छोड़ा गया है। डॉक्टर ने कहा कि वह अब कभी क्लीनिक नहीं चलाएगा।
Published on:
02 Jan 2018 11:18 pm
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