
पीतांबरा पीठ के पास स्थित बारादरी जर्जर, कभी भी हो सकता है हादसा
दतिया. कोरोना संक्रमण काल में धराशाई हुई पीतांबरा पीठ के पास के एक बारादरी से तो लोग बच गए लेकिन अब अगर हादसा हुआ तो यह भयानक हो सकता है। क्योंकि दूसरी बारादरी भी जर्जर हाल में है। अगर पूर्व जैसा ही हादसा हुआ तो बड़ी जनहानि हो सकती है।
पीतांबरा पीठ के पास बरसों पहले दो बारादरियों का निर्माण किया गया था। एक बारादरी तो पीतांबरा पीठ के मुख्य द्वार के ठीक सामने थी वह 2 साल पहले एक रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली की टक्कर का शिकार हुई और ताश के पत्तों की तरह गिर गई।उस वक्त कोरोना संक्रमण काल था, लॉकडाउन लगा हुआ था लिहाजा बड़ा हादसा टल गया लेकिन अब चंद मीटर की दूरी पर एक अन्य बारादरी खड़ी हुई है। उसके आसपास भले ही रैङ्क्षलग लगा दी है लेकिन एक रेङ्क्षलग टूट चुकी है किसी वाहन की टक्कर से क्षतिग्रस्त हो गई है।अगर कोई बड़ा बड़ा वाहन टकराता है तो बड़ा हादसा हो सकता है। यहां से हर रोज जिम्मेदार अफसर गुजरते हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा।
एमपीआरडीसी ने बनवाई थी
दोनों बारादरियां स्टेट हाईवे 19 पर पीतांबरा पीठ के पास बनी हुई थीं। एक के धराशायी होने के बाद अभी भी एक बारादरी बनी हुई है।आए दिन लोग चढ़ते हैं। वजह है कि इस पर बड़े-बड़े बैनर होर्डिंग लगाए जाते हैं। नीचे से पहले से ही कमजोर है। कमजोरी के चलते इसके आसपास गिरने के बाद रेङ्क्षलग लगा दी थी लेकिन इसका रेङ्क्षलग टूट चुकी है। हादसे की आशंका बनी रहती है।
भारी वाहन भी निकलते हैं नीचे से
इन दिनों झांसी बाइपास रोड की यातायात व्यवस्था कुछ गड़बड़ है। सडक़ खराब होने के कारण कई बार भारी वाहन जैसे यात्री बसें ट्रक आदि भी इस बारादरी के नीचे से गुजरते हैं। अगर जरा भी कोई वाहन जर्जर बारादरी से टकराया तो हादसा हो सकता है।
हां यह सही है की बारादरी की रेङ्क्षलग टूट गई है। इसे जल्द ही वेङ्क्षल्डग आदि कराकर दुरुस्त कराई जाएगी ताकि कोई हादसा न हो सके।
पीके गुप्ता, प्रभारी कार्यपालन यंत्री एमपीआरडीसी
Published on:
31 Aug 2022 07:08 pm
बड़ी खबरें
View Allदतिया
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
