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भांडेर विधानसभा सीट: यहां एक अनोखा रिकॉर्ड, सिर्फ एक नेता यहां से जीत सका दो बार चुनाव

भांडेर विधानसभा सीट पर यादव और दांगी समाज का दबदबा है।

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दतिया

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Pawan Tiwari

Oct 02, 2020

भांडेर विधानसभा सीट: यहां एक अनोखा रिकॉर्ड, सिर्फ एक नेता यहां से जीत सका दो बार चुनाव

भांडेर विधानसभा सीट: यहां एक अनोखा रिकॉर्ड, सिर्फ एक नेता यहां से जीत सका दो बार चुनाव

दतिया. मध्यप्रदेश की जिन 28 विधनसभा सीटों में उपचुनाव होना है उनमें से एक है भांडेर। भांडेर विधानसभा सीट दतिया जिले में आती है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2018 के चुनाव से पहले पिछले तीन चुनावों से इस सीट पर बीजेपी को ही जीत हासिल हुई थी, लेकिन 2018 में कांग्रेस ने यहां जीत का परचम लहराया।


जातिगत समीकरण
भांडेर विधानसभा क्षेत्र में जातिगत आंकड़े चुनाव में महत्वपूर्ण हैं। विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति का वोट 30.3 प्रतिशत, यादव 16.50 प्रतिशत, दांगी 15.10 प्रतिशत, ठाकुर, क्षत्रिय 4 प्रतिशत, मुस्लिम और ब्राह्मण 9.50 प्रतिशत अन्य समाज के 16 से 20 प्रतिशत मतदाता हैं। भांडेर में यादव, दांगी, गुर्जर, किरार, कुर्मी, पटेल, लोधी, साहू, ब्राह्मण, मुस्लिम, वैश्य, ठाकुर, जाटव, परिहार, सेन, प्रजापति जैसी प्रमुख जातियों के मतदाता हैं।

यहां से एक ही नेता जीत सका दो बार चुनाव
भांडेर विधानसभा सीट पर यादव और दांगी समाज का दबदबा है। यहां के मतदाताओं ने सन 1962 से 1993 तक हुए 9 विधानसभा चुनाव में कभी भी किसी विधायक को दूसरी बार नहीं चुना। 2003 में भाजपा से डॉ. कमलापत आर्य पहले ऐसे जनप्रतिनिधि बने जो इस सीट से दो बार विधायक बने। कारण 2003 के चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों से तीन पूर्व विधायक मैदान में थे। वर्ष 2008 से 2018 तक हो चुके तीन विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने किसी को दोबारा नहीं चुनने का रिकार्ड बनाकर रखा।


2018 के परिणाम
कांग्रेस की रक्षा सिरोनिया को 73569 वोट, भाजपा प्रत्याशी रजनी प्रजापति को 33673 वोट और बसपा को महज 2,331 वोट मिले थे। कांग्रेस की रक्षा सिरोनिया ने यहां से जीत दर्ज की थी।


2020 के उम्मीदवार
रक्षा सिरोनिया यहां से भाजपा की संभावित उम्मीदवार हैं।
कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।


कब कौन बना विधायक
1967 किशोरी लाल हंस, जनसंघ
1972 चतुर्भुज आर्य, जनसंघ
1977 नंदलाल सिरौनिया, जनता दल
1980 कमलापत आर्य, कांग्रेस
1985 राधेश्याम चंदौरिया, कांग्रेस
1990 पूरन सिंह पलैया, भाजपा
1993 केसरी चौधरी, कांग्रेस
1998 फूलसिंह बरैया, बीएसपी
2003 कमलापत आर्य, भाजपा
2008 आशाराम अहिरवार, भाजपा
2013 घनश्याम पिरौनिया, भाजपा
2018 रक्षा सिरोनिया, कांग्रेस