18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमपी में पटवारी पर भड़के कलेक्टर, कहा- ‘सस्पेंड करो इसको, ये नौकरी में नहीं रहेगा…’

mp news: ग्रामीणों की शिकायत सुनकर कलेक्टर ने पटवारी को सस्पेंड किया और तहसीलदार को भी चेतावनी दी...।

2 min read
Google source verification
datia collector swapnil wankhade

datia collector swapnil wankhade (फोटो सोर्स- दतिया कलेक्टर फेसबुक पेज)

mp news: मध्यप्रदेश के दतिया में बुधवार को कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े एक पटवारी पर जमकर भड़क गए। उन्होंने तुरंत पटवारी को सस्पेंड करने की बात कहते हुए ये तक कह दिया कि ये नौकरी में नहीं रहेगा और इसकी जगह ईमानदार व्यक्ति लाओ। दरअसल कलेक्टर बुधवार को दतिया जिले के बसई कस्बे में जनसुनवाई कर रहे थे इसी दौरान ग्रामीणों ने कलेक्टर से पटवारी की शिकायत की जिसे सुनने के बाद कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने पटवारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए साथ ही तहसीलदार को भी चेतावनी दी।

देखें वीडियो-

बसई में कलेक्टर की जनसुनवाई

दतिया जिले से करीब 85 किलोमीटर दूर बसई कस्बे में बुधवार को कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े जनसुनवाई करने के लिए पहुंचे। इस जनसुनवाई में सैकड़ों ग्रामीणों ने अपनी शिकायतें रखीं, जिन पर कलेक्टर ने गंभीरता से सुनवाई करते हुए त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान बसई की मुख्य सड़क से निकली नाली का मामला सामने आया। ग्रामीणों ने बताया कि नाली तिरछी होने और उस पर कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर मकान बना लेने से लंबे समय से जलभराव और आवागमन की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद पटवारी मामले को टाल रहा है।

पटवारी सस्पेंड, तहसीलदार को चेतावनी

शिकायत की जांच के बाद कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े पटवारी सतेंद्र शर्मा पर भड़क उठे और मौके पर ही उसे तत्काल निलंबित करने के आदेश दे दिए। कलेक्टर स्वप्निल बानखड़े ने साफ लफ्जों में नाराजगी जताते हुए कहा कि सस्पेंड करो इसको ये नौकरी नहीं करेगा। इसकी जगह नया ईमानदार व्यक्ति लाओ। नेताओं के दबाव में काम करने वाले कर्मचारी नहीं चाहिए। इसके बाद कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने मौके पर मौजूद तहसीलदार को भी कड़ी फटकार लगाते हुए आज ही नाली की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। साथ ही चेतावनी दी कि यदि तत्काल निराकरण नहीं हुआ तो तहसीलदार के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।