
मनिंदरजीत सिंह बिट्टा बोले आने वाले समय में कांग्रेस अपनी निशानी ढूंढती फिरेगी, युवाओं की बात नहीं
दतिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के लिए मजबूर करने वाले और कोई नहीं बल्कि कांग्रेस के ही कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं। यह सब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ का राजनीतिक आतंकवाद है। यह बात भारतीय युवा कॉग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिन्दरजीत सिंह बिट्टा ने दतिया में कही। बिट्टा दतिया स्थित मां पीताम्बरा पीठ पर दर्शन एवं पूजा अर्चना के लिए आए थे।
युवाओं की नहीं सुनता कांग्रेस में कोई
अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिन्दरजीत सिंह बिट्टा ने मध्यप्रदेश की सियासी हलचल को लेकर कहा कि यह सब दिग्विजय सिंह और कमलनाथ का राजनैतिक आतंकवाद है। साथ ही कहा कि मैंने युवा अवस्था में कांग्रेस को इसलिए छोड़कर सामाजिक कार्य शुरू किया था कि कांग्रेस में युवाओं की बात कोई सुनता ही नहीं है वहां युवाओं की आवाज को पूर्णत: दबाई जाती हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश की कांग्रेस में मचे घमासान का दोषी नंबर एक पर दिग्विजय सिंह और दूसरे पर कमलनाथ को बताया है।
प्रदेश में कांग्रेस घरानों में बटी है
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं के कारण पुर्नजीवित हुई थी, लेकिन आज अपमान से आहत होकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को भागना पडा है। सियासी नेता प्रयायोजित ढंग से सिंधिया की तस्वीरों में जूते मार रहे है। गद्दार कह रहे हैं, जबकि देश का गद्दार दिग्विजय सिंह है। कांग्रेस में वंदेमातरम का नारा बंद हो गया है। उन्होंने मध्यप्रदेश कांग्रेस पर सीधा बार किया है यहां के कांग्रेसी देश और विकास की बात नहीं करते हैं यहां कांग्रेस घरानों में बटी है और देश की जगह घरानों की जयजयकार होती है।
आतंकवाद विरोधी मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को युवाओं का अच्छा लीडर बताया। उन्होंने कहा कि सिर्फ सिंधिया ही वंदेमातरम के नारे लगाते है और कांग्रेस पार्टी ने यह लीडर भी खो दिया है। यही वजह है कि आज युवा नेता मध्यप्रदेश में इस्तीफा पर इस्तीफा दे रहे हैं। कांग्रेस में जो सियासत चल रही है वह कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की गंदी सियायत के कारण अब कांग्रेस की निशानी तक बचाना मुश्किल होगी।
कौन है मनिंदरजीत सिंह बिट्टा
यहां बता दें कि मनिंदरजीत सिंह बिट्टा को आज देश में जिंदा शहीद कहा जाता है। उन्हें केंद्र सरकार की ओर से जीवनभर के लिए जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई है। इतना ही नहीं वर्तमान में उनके ऊपर फिल्म भी बन रही है। वह युवक के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। गौरतलब है कि जब 1992 में अमृतसर में एक ब्लास्ट में 13 लोग मारे गए थे तब बिट्टा ने उस हादसे में अपना एक पैर खो दिया था। मनिंदरजीत सिंह बिट्टा पर नई दिल्ली में भी जानलेवा हमला हुआ था। जिसमें उनके बॉडीगार्ड की मौत हो गई थी।
Updated on:
12 Mar 2020 04:07 pm
Published on:
12 Mar 2020 04:02 pm
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