18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

साहब ,पंजीयन कराया लेकिन नहीं दिया कन्यादान योजना का लाभ

कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंची पीड़ित महिला, 150 से ज्यादा आवेदन पहुंचे जनसुनवाई में  

2 min read
Google source verification
साहब ,पंजीयन कराया लेकिन नहीं दिया कन्यादान योजना का लाभ

साहब ,पंजीयन कराया लेकिन नहीं दिया कन्यादान योजना का लाभ

साहब ,पंजीयन कराया लेकिन नहीं दिया कन्यादान योजना का लाभ
दतिया। कलेक्टर की जनसुनवाई में एक पीड़ित महिला ने गुहार लगाई कि साहब, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत भले ही जिले में सैकड़ों विवाह हुए पर मुझे लाभ नहीं मिला। जबकि मेरा पंजीयन हो गया था। इसको गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने जांच कराने की बात कही। जनसुनवाई में डेढ़ सौ से ज्यादा आवेदन पहुंचे ।इनका संबंधित अधिकारियों की ओर मार्क किया।

कलेक्टर की जनसुनवाई मंगलवार को हुई। पगरा गांव की महिला सखी पाल जनसुनवाई में पहुंची ।उसने लिखित आवेदन देकर गुहार लगाई की उसका विवाह उसी दिन था जिस दिन मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह चल रहे थे लेकिन उसे योजना का लाभ नहीं मिला ।जबकि तमाम ऐसे ऐसी महिलाओं को लाभ मिला जो पात्र नहीं थी ।इसके अलावा जनसुनवाई में 151 आवेदन पहुंचे ।सबसे ज्यादा आवेदन जमीनों के नामांतरण और बंटवारे के थे। जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर संजय कुमार के अलावा जिला पंचायत के एसीईओ धनंजय मिश्रा, एसडीएम समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे ।

आवास स्वीकृति के नाम पर मांगी रिश्वत

धीरपुरा पंचायत का एक शिकायतकर्ता पहुंचा। उसने कलेक्टर को आवेदन दिया।शिकायत की कि पीसीओ मनोज कौशिक ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आशियाना स्वीकृत करने के एवज में दस हजार रुपए की मांग की ।मामले की जांच कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।

8 माह से नहीं मिल रही थी पेंशन तत्काल स्वीकृत

एक बुजुर्ग महिला जनसुनवाई में पहुंची उसने गुहार लगाई कि उसके पति के देहांत हुए 8 माह गुजर गए लेकिन अब तक उसे विधवा पेंशन नहीं मिली। इस पर सामाजिक न्याय विभाग के अफसर को तत्काल स्वीकृति करने के निर्देश दिए ।

बुजुर्ग को मंगाए कपड़े

जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर ने संवेदनशीलता का परिचय दिया। एक बुजुर्ग फटे -पुराने कपड़े पहन कर जनसुनवाई में पहुंचा। सबसे पहले उसे नए कपड़े मंगाए ।उसे पहना कर फिर उसकी फरियाद सुनी।

भांडेर के तहसीलदार को फटकार

जनसुनवाई के दौरान जमीनों के नामांतरण व बंटवारे की गति धीमी होने के कारण तहसीलदार को कड़ी फटकार लगाई। जल्द से जल्द मामले निराकृत करने को कहा।