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आचार्य विवेक सागर का पिच्छिका परिवर्तन समारोह: क्षमा वीरों का आभूषण -डॉ. किरोड़ी

धूमधाम से मनाया जन्म जयन्ती महोत्सव

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आचार्य विवेक सागर का पिच्छिका परिवर्तन समारोह: क्षमा वीरों का आभूषण -डॉ. किरोड़ी

लालसोट. जैन नसियां में पिच्छिका परिवर्तन कार्यक्रम को संबोधित करते राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना।

राजेन्द्र जैन
लालसोट (दौसा). जैन समाज एवं पावन वर्षायोग समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को जैन नसियां परिसर जैनाचार्य विवेक सागर जी की जन्म जयन्ती एवं पिच्छिका परिवर्तन महोत्सव धूमधाम से मनाया। आचार्य के गुरू सुमतिसागर की भी जयन्ती मनाई गई। इसके चलते गुरू शिष्य जयन्ती का रूप दिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद डां. किरोडी लाल मीना ने कहा जैन धर्म के सिद्धान्त को आत्मसात करने पर आतंकवाद, नक्सलवाद का खात्मा होकर सामाजिक समरसता बढ़ेगी। सुसंस्कारवान राष्ट्र व समाज बनेगा।
सद्मार्ग से चलने पर भारत विश्व गुरू बन सकेगा। उन्होने क्षमा, अहंकार व ब्रह्मचर्य इत्यादि पर कहा कि क्षमा वीरों का आभूषण है, अहंकार मत करो, ब्रह्मचय का मतलब है आत्मा से परमात्मा का मिलन है। उन्होने श्रीमहावीर जी मेले में रथयात्रा का उदाहरण देते हुए कहा रथ के हाथ एससी का भाई लगाता है तब चलता है। उसके बाद गम्भीर नदी तक एसटी के लोग रथ के साथ जाते है। वापस रथ लौटता है तो गुर्जर समाज के लोग छोडऩे आते है। इस तरह का भाईचारा महावीरजी में ही देखने को मिलता है। उन्होने कहा कि आचार्य के प्रवचनों व ज्ञान को सीमित न रखकर जन-जन तक पहुंचाएं।
विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत्त आईएएस ब्रजमोहन मीना व भाजपा नेता रामबिलास मीना ने भी विचार व्यक्त किए। अतिथियो ने पावन वर्षा योग समिति द्वारा प्रकाशित डायरी का विमोचन किया।

आचार्य विवेक सागर की प्रेरणा से आचार्य सुमति सागर के नाम से सोनागिरी म.प्र. में चलने वाले समाज के निर्धन बालकों के छात्रावास के लिए राज्य सभा सांसद डां. किरोड़ी लाल मीना ने एक लाख 11 हजार की सहायता प्रदान करने की घोषणा कर छात्रावास के संरक्षक शिरोमणि बनें।
इससे पूर्व मंगलाचरण अन्नू बडज़ात्या ने प्रस्तुत किया।

आचार्य की जन्म जयन्ती पर कमलेश बैनाड़ा, आशा श्रीमाल, चम्पालाल मालपुरा, शान्तिनाथ महिला मण्डल मालपुरा अध्यक्ष गुंजन मित्तल, अन्तिमा बडज़ात्या, निर्मल कुमार इन्दौर, समिति के संयोजक अनिल बैनाडा सहित अन्य लोगों ने विनयांजली प्रस्तुत की। महिलाओं एवं महिला मण्डल मालपुरा ने नृत्य की प्रस्तुति दी।कार्यक्रम में आचार्य विवेक सागर को बाबूलाल चन्द्र प्रकाश विनोद कुमार अक्षय कुमार उनियारा ने मुख्य शास्त्र भेंट किया। शेष अन्य शास्त्र समाज के लोगो ने भेंट किए। जैन संत समर्पण सागर, क्षुल्लक दिव्य चारित्र सागर, ब्रह्मचारिणी सरिता व हर्षिता दीदी ने भी आचार्य गुरू को शास्त्र भेंट किए।
मुकेश कुमार मनोज कुमार जैन फिरोजशाह यूपी की ओर से आचार्य का पद प्रक्षालन किया गया। आचार्य ने ससंघ नई पिच्छी धारण की। आचार्य विवेक सागर ने भी सम्बोधन में कहा अपने परिणामों को निर्मल बनाएं, मुक्ति मार्ग अपनाएं तभी वास्तविक श्रद्धा उत्पन्न होगी। आत्म शुद्धि, चरित्र शुद्धि से ही सम्यक दर्शन होता है। उन्होने कहा सम्यक दर्शन मोक्ष मार्ग की प्रथम सीढी है। कार्यक्रम में स्थानीय समाज के अलावा, इन्दौर, सोनगिर, आगरा, फिरोजशाह, मालपुरा, उनियारा, अलवर, जयपुर, टोंक निवाई इत्यादि से स्थानों के हजारो श्रद्धालु आए।
संचालन अतुल बैनाडा ने किया। जैन समाज व वर्षा योग समिति के संरक्षक प्रकाश पाटनी, अध्यक्ष सुभाषचन्द बडजात्या, महामंत्री अजीत बडजात्या, कोषाध्यक्ष शिखरचन्द बडजात्या, वीरेन्द्र सोनी, मगनलाल जैन, युवा संघ अध्यक्ष अनिल बैद, बाबूलाल बडजात्या, महेन्द्र जैन सोनी पार्षद, डॉ. प्रमोद जैन, आशीष बडज़ात्या, ऐलम जैन, युवा मंडल अध्यक्ष अरिहंत पाटनी ने बाहर से आये श्रद्धालुओं का स्वागत किया।