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खुशखबरी: पीएमश्री स्कूलों में अब चलेंगी बाल वाटिका, बच्चों को मिलेगी निजी स्कूलों जैसी सुविधाएं

PM Shri School: निजी स्कूलों की तर्ज पर पीएमश्री राजकीय विद्यालयों में बाल वाटिकाएं संचालित हो रही हैं। इनमें नन्हे-मुन्नों में शिक्षा की नींव डाली जाएगी।

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दौसा

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Anil Prajapat

Jul 17, 2025

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स्कूल में मौजूद बच्चे। फोटो: पत्रिका

Bal Vatika Admission: दौसा। निजी स्कूलों की तर्ज पर पीएमश्री राजकीय विद्यालयों में बाल वाटिकाएं संचालित हो रही हैं। इनमें नन्हे-मुन्नों में शिक्षा की नींव डाली जाएगी। प्रदेश में दूसरे चरण में 227 पीएमश्री विद्यालयों की बाल वाटिकाओं में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई। तीन साल से अधिक आयु के बच्चों के अभिभावक 18 जुलाई तक आवेदन भर सकेंगे। इसके बाद 21 को लॉटरी निकाली जाएगी। 23 जुलाई से नर्सरी, एलकेजी व यूकेजी की कक्षाएं प्रारंभ हो जाएगी। प्रदेश में प्रथम चरण में 402 पीएमश्री स्कूलों में बाल वाटिकाएं (पूर्व-प्राथमिक कक्षाएं) पहले से संचालित हो रही हैं। जिले में कुल 16 पीएमश्री स्कूलों में बाल वाटिकाएं हैं।

माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अनुसार आवेदन के बाद स्कूलों में 19 और 20 जुलाई को सूची का सत्यापन किया जाएगा। निर्धारित 25 सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होने पर 21 जुलाई को लॉटरी प्रक्रिया होगी। चयनित विद्यार्थियों की सूची 22 जुलाई को चस्पा की जाएगी।

नियुक्त होंगे एनटीटी शिक्षक व सहयोगी कर्मचारी

पीएमश्री स्कूलों में तीन वर्षीय पूर्व प्राथमिक बाल वाटिका कक्षाओं के संचालन के लिए एक-एक शिक्षक व सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। दोनों की सेवाएं प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए ली जाएगी। इस संबंध में प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश पर समसा ने नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

बाल वाटिका शिक्षक को 11 हजार व सहयोगी कर्मचारी को 6 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाएगा। दोनों को ये मानदेय 10 महीने तक दिया जाएगा। इसके लिए राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद बजट जारी करेगा।

अलग से होगा दस्तावेजों का संधारण

इन कक्षाओं से जुड़े बच्चों के लिए अलग प्रवेश रजिस्टर, स्वास्थ्य रजिस्टर, पोर्टफोलियो, शिक्षक डायरी और अन्य दस्तावेज रखे जाएंगे। विभाग ने स्पष्ट किया है कि समय-समय पर परिस्थिति अनुसार दिशा-निर्देशों में बदलाव संभव है। प्रवेश प्रक्रिया की निगरानी के लिए जिले के प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी मुख्य जिम्मेदारी निभाएंगे, वहीं माध्यमिक शिक्षा के अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी (शैक्षिक) को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

पीएमश्री योजना के तहत केंद्र सरकार देशभर में सरकारी स्कूलों का चयन कर उन्हें मॉडल रूप दे रही है। नई शिक्षा नीति के मुताबिक इन स्कूलों में अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ 21वीं सदी के कौशल विकास, व्यावसायिक शिक्षा, खेल, कला आदि पहलुओं पर बल दिया जाता है। स्मार्ट क्लासरूम, ई-लर्निंग मॉड्यूल, वर्चुअल लैब की सुविधाओं के साथ इसमें पर्यावरण अनुकूलता व परिवार व समुदाय की भागीदारी को भी बढ़ावा देने के लक्ष्य के साथ गतिविधियां होती है।

शुरुआत 402 स्कूलों से

पूर्व प्राथमिक कक्षाओं में शिक्षक व सहयोगी कर्मचारी फिलहाल प्रदेश की पहले चरण की 402 पीएमश्री स्कूलों में ही नियुक्त होंगे। इसके बाद अगले चरण की स्कूलों में नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी।

जिले में ये चयनित

जिले में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गुढ़ाकटला, संवासा, रामगढ़ पचवारा, छोकरवाड़ा, बहरावण्डा, खानवास, अरनिया, रामसिंहपुा, बालिका महुवा, मंडावरी, रामकरण जोशी दौसा, बीएन जोशी बांदीकुई व अशोक शर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय लालसोट में बाल वाटिकाएं संचालित हो रही हैं।

इनका कहना है…

पीएमश्री स्कूलों में पहले और दूसरे चरण में मिलाकर जिले में 16 विद्यालयों में बाल वाटिकाओं का संचालन किया जा रहा है। इनमें एक-एक एनटीटी शिक्षक व एक-एक सहायक लगाए जाएंगे।
-अनिल परिहार, प्रभारी पीओ, समसा दौसा