
Bhagwat Katha
गुढ़लिया. निमाली गांव में आयोजित श्रीमदïï्भागवत कथा में कथावाचक श्यामपाल मिश्र बिशनपुरा ने यादव वंश को ऋषियों का श्राप, श्रीकृष्ण-सुदामा मित्रता की कथा सुनाई। जिसे सुनकर श्रोता भाव-विभोर हो गए।
उन्होंने कहा कि मनुष्य को श्रीकृष्ण-सुदामा जैसी मित्रता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मित्रता में छल, कपट पाखण्ड व झूठ नहीं होना चाहिए।
भजनों पर श्रोताओं ने जमकर नृत्य किया। कथा का श्रवण करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है।
इस दौरान श्रीकृष्ण की सजीव झांकी सजाई गई। जिसके दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। सौदान सिंह ने बताया कि श्रीमदïï्भागवत कथा का समापन रविवार को होगा।
पापड़दा. खवा मोरोली के समीप नौ कुण्डीय विष्णु महायज्ञ के साथ श्रीमद्भागवत कथा का समापन शनिवार को हुआ।
कथा में कृष्णगोपाल ने कहा कि आत्म शान्ति के लिए ईश्वर का ध्यान करना आवश्यक है। भण्डारे में श्रद्धालुओं ने पंगत लगाकर प्रसादी ग्रहण की।कार्यक्रम स्थल पर दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा
कथा की पूर्णाहुति
दौसा . मिडवे के पास प्रतीक विहार कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा की पूर्णाहुति हुई। इसमें श्रद्धालुओं ने हवन कुण्ड में आहुतियां दी।
गौकरण शास्त्री ने देवराज इन्द्र कथा, कंस वध, श्रीकृष्ण रासलीला सहित कई प्रसंग सुनाए।
शास्त्री ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से ही मोक्ष की प्राप्ति संभव है। प्रभुदयाल जोशी ने बताया कि इससे पूर्व शुक्रवार रात हुए जागरण में कलाकारों ने एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया।
शनिवार को कथा की पूर्णाहुति के बाद भण्डारे का आयोजन हुआ जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पंगत में बैठकर प्रसादी ग्रहण की। इस दौरान घासी लाल, बाबूलाल, दिनेश, बबलू, सुरेश, नरेश, मनोहर चावण्डिया, मोहन चांदराना सहित सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद थे।
Published on:
27 Nov 2016 04:07 pm
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