सूचना मिलने पर रेंजर, वनपाल चन्द्रभान शर्मा, वनरक्षक हरेती बैरवा व धर्मेन्द्र मीना व वनमित्र हेमराज सैनी के साथ मौके पर पहुंचे। भीड़ को पिंजरे से दूर करते हुए पैंथर को सुरक्षित रेस्क्यू करने के बाद उसे लालसोट कार्यालय में ले आए।
पिंजरे से बाहर निकलने की कोशिश में पैंथर चोटिल
रेंजर ने बताया कि करीब 6 वर्षीय यह नर पैंथर स्वस्थ है। पिंजरे से बाहर निकलने के प्रयास में हल्की चोट लगी है। पेंथर के रेस्क्यू करने की सूचना मिलने पर गोल गांव के ग्रामीणों ने भी राहत की सांस ली। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त पैंथर के मूवमेंट के चलते वे रात्रि को घरों से बाहर निकलना भी दूभर हो गया था। तीसरे प्रयास में मिली सफलता
वन विभाग के रेंजर राधेश्याम रैगर ने बताया कि पैंथर को तीसरे प्रयास में रेस्क्यू करने में सफलता मिली। इससे पहले दो बार थोड़ा छोटा व पुराना पिंजरे को तो यह पैंथर पिंजरे की वैल्डिंग को ही तोड़कर बाहर निकल गया था। इसके बाद 15 दिन पहले यहां बड़ा व मजबूत पिंजरा लगाया था, जिसमें आने के बाद पैंथर बाहर नहीं निकल सका।