Pilot Rajveer Singh Chauhan : महुवा। केदारनाथ के पास गौरीकुंड हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में मृतक पायलट राजवीर सिंह चौहान मूलत: महुवा क्षेत्र के पलानहेड़ा गांव के निवासी थे। हादसे की जानकारी मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। हालांकि राजवीर सिंह के परिवारजन अब गांव में नहीं रहते हैं।
पलानहेड़ा निवासी चचेरे भाई अरुण सिंह चौहान ने बताया कि राजवीर सिंह 9 माह पूर्व ही सेना में लेटिनेंट कर्नल के पद से रिटायर होकर हाल ही में आर्यन एविएशन में पायलट के पद पर कार्य कर रहे थे और उनकी पत्नी दीपिका चौहान भी सेना में पायलट है। उन्होंने बताया कि राजवीर का परिवार लगभग 35- 40 वर्ष पहले गांव से जयपुर शास्त्री नगर में बस गया। चाचा शंकरसिंह चौहान आरपीएससी में उप सचिव थे और उनके पिता गोविंद सिंह चौहान बीएसएनल से रिटायर्ड हैं और एक भाई चंद्रवीर सिंह है।
अरुण सिंह ने बताया कि राजवीर सिंह चौहान के चार माह पूर्व दो जुड़वा बच्चे हुए हैं। वे बेहद हंसमुख मिजाज के व्यक्ति थे और जब भी छुट्टियां पर जयपुर आते थे तो गांव में सभी से मिलकर जाते थे। ऐसे में हादसे की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी और कई लोग परिजनों को सांत्वना देने के लिए जयपुर रवाना हो गए। गौरतलब है की रविवार को केदारनाथ यात्रियों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर गौरीकुंड के पास क्रैश हो गया, जिसमें पायलट समेत सभी सात यात्रियों की मौत हो गई।
पायलट राजवीर सिंह की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो जाने के बाद उनके भाई चंद्रवीर सिंह घटनास्थल पर पहुंच गए। शव पूर तरह जल जाने के कारण शिनात नहीं हो पाई है और डीएनए की प्रक्रिया होने के बाद ही शव सुपुर्द किया जाएगा। संभवत सोमवार शाम तक शव जयपुर लाया जा सकेगा।
पलानहेडा निवासी पायलट राजवीर सिंह चौहान की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो जाने के बाद कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोडीलाल मीणा, विधायक राजेंद्र मीणा, उपखंड अधिकारी मनीषा रेशम, पुलिस उप अधीक्षक मनोहर लाल मीणा, थाना अधिकारी राजेंद्र कुमार मीणा सहित अन्य ने शोक जताया।
Published on:
16 Jun 2025 10:00 am