
Rajasthan By Election 2024: राजस्थान में होने वाले उपचुनाव अब धीरे-धीरे रोचक होते जा रहे हैं। क्योंकि सभी पार्टीयों ने प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। वहीं, सभी दल अब जोर-शोर से चुनावों के प्रचार में भी जुट गए हैं। इसी कड़ी में गुरूवार को दौसा में बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई की नामांकन सभा थी, जिसमें सीएम भजनलाल भी शामिल हुए। इस सभा में किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी पत्नी गोलमा देवी और भाई जगमोहन को लेकर बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने नामांकन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब ये राम-लक्ष्मण की जोड़ी मिलकर काम करेगी। दीपावली का मौका है, भगवान राम 14 साल बाद लौटे थे। जगमोहन को 10 साल बाद सेवा करने का मौका मिला है। भरोसा दे सकता हूं कि मुझसे ज्यादा ये दौसा की सेवा करेगा। उपचुनाव में पार्टी ने मुझे स्टार प्रचारक बनाया है। सभी सात सीटों पर प्रचार करूंगा।
इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने अपनी पत्नी गोलमा देवी को आदरपूर्वक मंच पर खड़ा किया और बोले कि मुख्यमंत्री जी मैं 10-20 गांवों में गया था..महिलाओं ने बोला कि गोलमा दादी आएगी तब वोट देंगे..ये गोलमा अकेली 50% वोटों की मालकिन है। ऐसी मेरी प्यारी गोलमा भी विराजमान हैं। इसके बाद मंच पर बैठे सभी नेताओं की हंसी छूट पड़ी।
आगे उन्होंने अपनी नाराजगी को लेकर कहा कि मेरा स्वभाव परशुराम जैसा है, गुस्सा आता है, अधीर हो जाता हूं, संयम खो देता हूं। मेरा भाई लक्ष्मण है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं, मुझसे ज्यादा आपकी सेवा करेगा और मेरी तरह गरम नहीं होगा।
उन्होंने आपातकाल के समय का एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि मैं संघ का स्वयंसेवक था और इमरजेंसी के दौरान जेल में डालकर यातनाएं दी गईं। उस समय मैंने जगमोहन को कह दिया था कि मैं गिरफ्तार हो जाऊं तो घरवालों तक बात नहीं पहुंचनी चाहिए। मेरे भाई को धन्यवाद देना चाहता हूं, भगवान के भाई लक्ष्मण हुए थे या मेरा भाई जगमोहन हुआ है। मेरे जेल में रहते हुए और इन्होंने भूमिगत रहते हुए जो सेवा की, उसकी जितनी तारीफ की जाए, वह कम है। हमारा पूरा परिवार राष्ट्रीयता की भावनाओं से ओत-प्रोत है। हम उस विचारधारा से मजबूती से बंधे हुए हैं।
मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि आपने देखा है कि कोई बाबा जी जब नाराज हो जाता है, जब चीमटा मारता है उस शिष्य का काम जरूर होता है, मैं जब किसी से नाराज हो जाऊं तो ये मान के चलो उसके चीमटा पड़ गया उसका काम हो गया, इसलिए हम मिलजुलकर काम करेंगे।
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी।
बता दें, राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। नोमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है, प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।
Updated on:
24 Oct 2024 08:14 pm
Published on:
24 Oct 2024 08:13 pm
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