भामाशाह ने दो करोड़ की लागत से बनवाया है नया भवन
शिक्षा सचिव ने बच्चों से स्कूल में मिलने वाले पोषाहार की गुणवत्ता और उपलब्धता की भी जानकारी ली। दरअसल भामाशाह राजेन्द्रप्रसाद व शशिकुमार खण्डेलवाल ने अपने पिता दामोदरप्रसाद खण्डेलवाल की स्मृति में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बनियाना का करीब दो करोड़ की लागत से नया आधुनिक सुविधाओं से युक्त भवन तैयार कराया है। सचिव ने नए भवन का जायजा लिया और 30 जून तक कार्य को पूरा करने के निर्देश दिए। स्कूल प्रांगण में पौधारोपण, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, कृषि संकाय, चारदीवारी, पेयजल व लाइट, पुराने भवन के उपयोग के लिए केजीबीवी हॉस्टल का प्रस्ताव, नामांकन वृद्धि, ई लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास आदि कार्यों के संबंध में दिशा-निर्देश दिए। नए विद्यालय प्रांगण में खेल मैदान विकास के लिए समीप स्थित भूमि के आवंटन का प्रस्ताव भी जिला कलक्टर को भेजने का निर्णय किया गया।
एक जुलाई से नया सत्र नए भवन में चलेगा
इस दौरान जिला कलक्टर देवेंद्र कुमार, लवाण एसडीएम बद्रीनारायण मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी गोविंदनारायण माली, जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम मीणा, विकास अधिकारी कंचन बोहरा, प्रधानाचार्य जगन्नाथ बैरवा सहित अनेक अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। अधिकारियों ने भामाशाह की पहल की तारीफ करते हुए कहा कि यह कार्य कई पीढ़ियां याद रखेगी। मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भगवती प्रसाद मीणा ने बताया कि भामाशाह के द्वारा मंजिला भवन बनाया है। दो दर्जन से अधिक कमरे हैं। एक जुलाई से नया सत्र नए भवन में चलेगा। भामाशाह का बुम्बई में कारोबार है तथा मूल गांव में शिक्षा को लेकर एक नई अलख जगाई है। स्कूल में लैब, पार्क और इंटरनेट सुविधा के साथ बच्चों के लिए पुस्तकालय भी होगा।
मॉडल स्कूल की प्रशंसा
शिक्षा सचिव ने स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल खेड़ला खुर्द का भी निरीक्षण किया, जहां व्यवस्था देखकर प्रशंसा की। स्कूल में स्टाफ की बैठक व भवन का जायजा लेकर और अधिक सुविधा सम्पन्न बनाकर एक एक्सीलेंस एजुकेशन सेंटर बनाने की बात कही। साथ ही प्राथमिक कैम्पस को जल्द चालू कराने पर चर्चा की। इस दौरान प्रधानाचार्य सुरेशचंद मीना ने स्कूल की गतिविधियों से अवगत कराया।
जिंस नहीं चलेगी…
बनियाना में निरीक्षण के दौरान शिक्षा सचिव को कुछ कर्मचारी जिंस पहने नजर आए। जिसे देखकर सचिव ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जिंस नहीं चलेगी। उल्लेखनीय है कि सरकार ड्रेस कोड को लेकर सख्त है।