यह बात उन्होंने अपने क्षेत्र करौली जाने के दौरान कलक्टरेट सर्किल पर कही। पहले बतौर मंत्री आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पद की लालसा नहीं है। पूर्व में भी जब विपक्ष में थे, हमारे 21 विधायक थे एवं सचिन पायलट पीसीसी चीफ थे। उस दौरान सड़क से लेकर विधानसभा तक जनता की आवाज को उठाया था। आज भी हमें पद की लालसा नहीं है। जनता से किए वादे धरातल पर पूरे हो। हमारा जो संघर्ष था, हमने आलाकमान तक हमारी सैद्धांतिक बातें पहुंचाई है।
उन्होंने काम होने व सम्मान का आश्वासन दिया है। शीघ्र ही कमेटी का गठन होगा। आलाकमान व सरकार के मुखिया से चाहते हैं कि पश्चिमी राजस्थान व अन्य जिलों की तरह पूर्वी राजस्थान में भी विकास हो। पिछड़े जिलों में भी विकास होना चाहिए। इस दौरान कलक्टरेट सर्किल पर उनका कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस मौके पर मक्खनसिंह डोई, युवा नेता सियाराम सत्तावन, राधेश्याम आलूदा, मानसिंह, गिर्राज गुर्जर, दारासिंह गुर्जर, सुरेश डोई, मोहनलाल डोई, बाबूलाल गुर्जर एवं विश्राम गुर्जर आदि मौजूद थे।